शासन से जिले को दो नए हाईस्कूलों को खोलने की स्वीकृति मिली है। ग्रामीणों ने करीब एक साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री से गांव में हाईस्कूल खोलने की मांग की थी। डीईओ आदित्यनारायण मिश्रा ने बताया कि दोनों नए हाईस्कूल जिले के मुंगावली ब्लॉक के साजनमऊकला और गुन्हेरू गांव में खुलेंगे। जहां पर आठवी कक्षा तक स्कूल थे।
शासन से स्कूल और स्कूल के लिए शिक्षकों के पद स्वीकृत हो जाने के बाद अब शिक्षा विभाग ने दोनों नए स्कूलों को भी एक अप्रैल से ही शुरू कर रहा है। ताकि आठवी कक्षा पास करने वाले आसपास के गांवों के छात्र-छात्राएं इन स्कूलों में एडमिशन ले सकें। अभी साजनमऊ व गुन्हेरू और आसपास के गांवों के छात्र-छात्राओं को हाईस्कूल की पढ़ाई के लिए सेहराई और मुंगावली जाना पड़ता था।
ग्रामीणों का कहना है कि हाईस्कूलों की दूरी ज्यादा होने से गांव की ज्यादातर छात्राएं बीच में ही पढ़ाई छोड़ देती थीं और कई छात्र भी आठवी के बाद पढ़ाई नहीं करते थे। लेकिन इन स्कूलों के खुलने से अब वह गांव में ही आगे की पढ़ाई कर सकेंगे।
हकीकत: आधे से ज्यादा हाईस्कूल पहले से ही शिक्षक विहीन-
जिले में शासन ने दो नए हाईस्कूल तो स्वीकृत कर दिए हैं और इनके लिए शिक्षकों के पद भी स्वीकृत हो चुके हैं। लेकिन जिले में शिक्षकों की कमी की वजह से यह स्कूल भी शिक्षक विहीन रहेेंगे।
जिले में हाईस्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था की हकीकत यह है कि 66 में से 35 हाईस्कूल दो साल से शिक्षक विहीन हैं, शिक्षा विभाग ने इन 35 स्कूलों को खोलने-बंद कराने की जिम्मेदारी का प्रभार मिडिल स्कूल के हैडमास्टर को दे दिया है, चार साल में खुले इन 35 स्कूलों में पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं।
इससे पिछले सत्र में इनमें से ज्यादातर स्कूलों में तो एक भी अक्षर नहीं पढ़ाया गया, नतीजतन ग्रामीणों को यह स्कूल मजाक बनकर रह गए हैं।
साजनमऊ और गुन्हेरू में दो नए हाईस्कूल एक अप्रैल से शुरू हो जाएंगे। शिक्षकों की कमी की वजह से ही 35 हाईस्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं है। जिनमें अतिथि शिक्षक रखकर पढ़ाई कराई जाती है और इन दोनों नए हाईस्कूलों में भी अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था कराई जाएगी।
बीके बामोरिया, एडीपीसी डीईओ कार्यालय अशोकनगर