scriptबारिश आते ही फ्री में बांट रहे थे छतरियां, पुलिस ने आकर रोका, जानिये क्या है पूरा मामला | Umbrellas were being distributed for free as soon as the rain came | Patrika News

बारिश आते ही फ्री में बांट रहे थे छतरियां, पुलिस ने आकर रोका, जानिये क्या है पूरा मामला

locationअशोकनगरPublished: Jul 02, 2022 08:41:06 am

Submitted by:

Subodh Tripathi

बारिश आते ही लोगों को बांटने के लिए 1200 छाते ट्राली में भरकर लाए गए, बताया जा रहा है कि पुलिस ने करीब 185 छाते जब्त किए, इस मान से पुलिस आई तब तक करीब 1015 छाते बट चुके थे।

बारिश आते ही फ्री में बांट रहे थे छतरियां, पुलिस ने आकर रोका, जानिये क्या है पूरा मामला

बारिश आते ही फ्री में बांट रहे थे छतरियां, पुलिस ने आकर रोका, जानिये क्या है पूरा मामला

अशोकनगर. प्रत्याशी का चुनाव चिह्न छाता था, इसलिए बारिश हो जाने से मतदाताओं को बंटवाने ट्रॉली भरकर छाता भेजे गए थे। दो जगहों पर दो थानों की पुलिस ने यह छाता जब्त कर लिए हैं, जब्त हुए छातों की संख्या करीब 1200 बताई जा रही है। दोनों थानों ने जिपं सदस्य प्रत्याशी कांग्रेस नेता सहित चार पर प्रकरण दर्ज कर लिया है।


पहला मामला बहादुरपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव का है। पुलिस के मुताबिक सूचना मिली तो टीम गुरुवार देर शाम जमुनिया गांव पहुंची, जहां पर जयराम यादव के घर के पास बड़ी संख्या में छाता रखे हुए थे, जो गांव में बांटे जा रहे थे। पुलिस ने 185 छाता जब्त कर जिपं सदस्य प्रत्याशी मोहनङ्क्षसह यादव और जमुनिया निवासी ऋषिपाल यादव पर केस दर्ज कर लिया। वहीं दूसरा मामला देहात थाना क्षेत्र का है, देहात पुलिस ने एक ट्रेक्टर को पकड़ा, जिसमें पूरी ट्राली छातों से भरी हुई थी, जिन्हें जब्त कर लिया, इसमें करीब एक हजार से अधिक छाते बताए जा रहे हैं। देहात पुलिस ने खैरोना निवासी भानुप्रताप यादव की शिकायत पर प्रत्याशी मोहनङ्क्षसह यादव व ट्रैक्टर चालक व सवार माखन व महेंद्र आदिवासी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।

यह भी पढ़ें : ऑपरेशन कराते ही फूट गई थी 50 लोगों की आंखें, अब चेक कराने से भी कांप जाती है रूह

प्रत्याशी ने कहा-भांजा बेचने ले जा रहा था छाते
वार्ड 11 से पूर्व विधायक देशराज ङ्क्षसह यादव के पुत्र यादवेंद्रङ्क्षसह यादव और कांग्रेस नेता मोहनङ्क्षसह यादव जिपं सदस्य पद का चुनाव लड़ रहे हैं। कहा जा रहा है कि मोहनङ्क्षसह यादव का चुनाव चिह्न छाता है, इससे वह मतदाताओं को छाता बंटवा रहा था। इस मामले में प्रत्याशी मोहनङ्क्षसह यादव का कहना है कि छाता उसके नहीं है, यह छाते उनके भांजे के हैं और भांजा यह छाते राजपुर में दुकान से बेचने के लिए ले जा रहा था।

ट्रेंडिंग वीडियो