मामला गुरुवार सुबह करीब सवा 11 बजे को नईसराय तहसील के अजलेश्वर गांव का है। नईसराय तहसील के नायब तहसीलदार मयंक खेमरिया अपने निजी वाहन से नईसराय जा रहे थे। तभी अचलेश्वर गांव के पास सड़क पर उन्हें रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्राली मिले। नायब तहसीलदार मयंक खेमरिया ने जांच के लिए ट्रैक्टर-ट्राली को रोका और ट्रैक्टर चालक से जांच के लिए रॉयल्टी मांगी, तो ट्रैक्टर चालक ने रॉयल्टी देने की वजाय किसी को फोन लगाकर जानकारी दी।
नायब तहसीलदार वहीं पर रुककर ट्रैक्टर-ट्राली की जब्ती का पंचनामा बना रहे थे, तभी एक कार से तीन लोग आए और उन्होंने पहले तो नायब तहसीलदार के हाथ पंचनामा छीनकर फाड़ दिया और फिर उन चारों लोगों ने उनके साथ पहले तो थप्पड़ों से मारपीट की, इसके बाद एक व्यक्ति ने लकड़ी उठाकर नायब तहसीलदार के सिर में मार दी। लकड़ी मारने वाले का नाम नायब तहसीलदार द्वारा पचनामा गांव निवासी वीरेंद्रसिंह रघुवंशी बताया गया है। इससे नायब तहसीलदार को वहां से जान बचाकर भागना पड़ा।
धमकी: अब ट्रैक्टर-ट्राली पकड़े तो जान से खत्म कर देंगे-
नायब तहसीलदार मयंक खेमरिया ने बताया कि मारपीट होने से जब वह अपनी जान बचानक भागने के लिए अपने वाहन में बैठे तो चारों हमलावरों ने उन्हें धमकी भी दी कि यदि अब हमारे ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ा तो जान से खत्म कर देंगे। जहां से बचकर नायब तहसीलदार पुलिस थाने पहुंचे और मारपीट करने वाले चारों लोगों के खिलाफ शिकायत की, पुलिस ने चारों लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट और जान से मारने की धमकी पांच धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है।
जिले में चल रहा है रेत का अवैध उत्खनन-
जिले भर में रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। हालत यह है कि जिसे जहां भी जगह मिल रही है, नदियों में वह वहीं पर वोट मशीन लगाकर रेत का अवैध उत्खनन करने में लग जाता है। मुंगावली क्षेत्र में अकेले बेतवा नदी पर ही करीब एक दर्जन स्थानों पर रेत के अवैध उत्खनन का कारोबार चल रहा है, तो वहीं कैंथन नदी और ओर नदी में भी अवैध रूप से रेत निकालने का काम जोरों पर चल रहा है। इसके अलावा मुरम, कोपरा और पत्थरों का अवैध उत्खनन भी जिले में जोरों पर चल रहा है।
बड़ा सवाल: इस घटना का जिम्मेदार कौन?
ऐसा नहीं है कि जिले में रेत का अवैध उत्खनन चोरी छिपे किया जा रहा हो। नदियों पर जहां लाखों रुपए वोट मशीन के अलावा 50 से 70 लाख रुपए कीमत की पोकलेन मशीन से बेरोकटोक रेत निकालने का काम जारी है। वहीं परिवहन भी बेखौफ होकर दिनदहाड़े दर्जनों डंपरों और ट्रैक्टर-ट्रालियों से जारी है। खास बात यह है कि प्रशासन को इस पूरे अवैध कारोबार की जानकारी भी है, लेकिन कभी इन खनन माफियाओं पर कार्रवाई नहीं की, बल्कि इक्का-दुक्का ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़कर कर्तव्य से इतिश्री कर ली जाती है। इससे अब जिले की जनता सवाल पूछ रही है कि आखिर खनन करने वालों को माफिया बनाने और नायब तहसीलदार को पिटवाने के लिए हकीकत में जिम्मेदार कौन है।
नायब तहसीलदार ने आवेदन दिया था, आवेदन के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा और जान से मारने की धमकी का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
विजयबहादुरसिंह बुंदेला, थाना प्रभारी नईसराय