दरअसल, अशोकनगर जिले में मांगों को पूरा कराने के लिए चार दिन से धरने पर बैठे किसान 200 मीटर पैंड भरकर (दंडवत होकर) कलेक्टर चेंबर तक पहुंचे और बोले- हमारे लिए कलेक्टर भी भगवान की तरह हैं और उन्हीं को मनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान रास्ते में किसानों ने कलेक्टर की जय, सरकार की जय और भारतमाता जिंदाबाद के नारे भी लगाए। बाद में कलेक्ट्रेट भवन के बाहर निकलकर पूजा-अर्चना की, दीप-अगरबत्ती जलाए, होम लगाया और नारियल भी फोड़ा।
क्या है इन किसानों की मांगें
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष रामकिशन रघुवंशी सहित करीब दो दर्जन किसानों ने पसीने से लथपथ होने के बाद भी इसी तरह से कलेक्ट्रेट की सीड़ियां भी चढ़ीं और दूसरी मंजिल पर पहुंचे। किसानों की वर्ष 2018 की सोयाबीन की भावांतर राशि का भुगतान, 2019 की स्वीकृत बीमा राशि का भुगतान, 2020 की सोयाबीन फसल में नुकसान का मुआवजा और कर्जमाफी के इंतजार में ओवरड्यू हो चुके किसानों का कर्जा माफ करने सहित कृषि कानून में संसोधन कर समर्थन मूल्य पर खरीदी की अनिवार्यता आदि मांगें मुख्य हैं।
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष रामकिशन रघुवंशी सहित करीब दो दर्जन किसानों ने पसीने से लथपथ होने के बाद भी इसी तरह से कलेक्ट्रेट की सीड़ियां भी चढ़ीं और दूसरी मंजिल पर पहुंचे। किसानों की वर्ष 2018 की सोयाबीन की भावांतर राशि का भुगतान, 2019 की स्वीकृत बीमा राशि का भुगतान, 2020 की सोयाबीन फसल में नुकसान का मुआवजा और कर्जमाफी के इंतजार में ओवरड्यू हो चुके किसानों का कर्जा माफ करने सहित कृषि कानून में संसोधन कर समर्थन मूल्य पर खरीदी की अनिवार्यता आदि मांगें मुख्य हैं।