ग्रामीणों को करीब दो किलोमीटर दूर से ट्रैक्टर, मोटरसाईकिल पर पानी के बर्तन, टंकी आदि रखकर पानी भरकर लाना पड़ता है। साथ ही ग्रामीण पानी की तलाश में कई किलोमीटर तक भटकते रहते हैं। गावं में करीब डेढ किलोमीटर की दूरी पर एक हैंडपंप चालू है। जिसपर दिनभर लोगों की भीड़ लगी रहती है। लंबी-लंबी कतारों में बर्तन रखे रहते हैं जिससे ग्रामीणों को घंटो तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। वहीं जल स्तर गिरने से कई हैंड पंपों से पानी नहीं निकल रहा है। कई हैंडपंप खराब पड़े हुए है जिनकी सुध भी विभाग द्वारा नही ली जा रही। गावं में इंदिरा आवास स्थित हैंडपंप चालू है, लेकिन इसका पानी पीने योग्य नहीं है जिससे ग्रामीण यहां से पानी नहीं भरते। पानी इतना खारा है कि इसे मवेशी तक नहीं पीते है इससे ग्रामीणों के साथ मवेशी भी पानी के लिए भटकते देखे जा सकते हैं।
विद्युत सप्लाई बंद होने से नल जल योजना पड़ी है ठप
गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी का निर्माण कर घर-घर पानी पहुंचाने के लिए लाइन बिछाई दी गई थी, जिसके बाद कुछ दिन तक लोगों के घरों तक पानी भी आया, लेकिन अब नल जल योजना कई दिनों से बंद पड़ी है। ग्रामीणें का कहना है कि गांव में विद्युत सप्लाई बंद है इससे नल जल योजना ठप हो गई है।
यह भी पढ़ें : इंदौरी लड़के के प्यार में पागल हुई अमेरिकी मॉडल, अपना घर छोड़ रचाएगी शादी
ग्रामीणों द्वारा बिलों का भुगतान नहीं किया गया है। कुछ ही लोगों द्वारा भुगतान किया गया है जिससे बम्मन खिरिया और अमनचार की विद्युत सप्लाई बंद कर दी गई है।
-इलेश सस्तीया, सब इंजीनियर विद्युत वितरण कंपनी मुंगावली