146 दिन तक शादियों पर रोक रहेगी
शहर में पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित किशनलाल मिश्र के मुताबिक देवशयनी एकादशी से देव प्रबोधनी एकादशी तक के लिए शादी के कार्यक्रम रुक जाते हैं और इस बीच में शादियां नहीं होती हैं। इससे 24 नवंबर के बाद ही फिर से शादियों के मुहुर्त शुरू होंगे। हर साल चार माह के लिए शादियों के कार्यक्रम रुकते थे, लेकिन इस बार लगातार पांच माह तक रोक रहेगी। इसका कारण पंडित मिश्र ने अधिकमास को बताया है, उनका कहना है कि इस बार इस अवधि के बीच ही अधिकमास रहेगा और इसी वजह से इस बार 146 दिन तक शादियों पर रोक रहेगी।
सोशल डिस्टेंसिंग भी पूरी तरह से गायब रही
मंगलवार को बड़ी संख्या में शादियों के कार्यक्रम होने से जहां बाजार में तो भीड़ रही ही, साथ ही जिले में जगह-जगह शादियों की धूम रही। वहीं शादियों में जाने के लिए सड़कों पर भी वाहनों की संख्या यादा रही। प्रशासन ने भले ही शादियों में 50 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाई हो, लेकिन अंतिम दिन प्रशासन के यह प्रतिबंध पूरी तरह से टूट गए और प्रत्येक शादी में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रही। जहां सोशल डिस्टेंसिंग भी पूरी तरह से गायब रही।