करीब सप्ताहभर तक आसमान में छाए रहे घने बादलों ने दो दिन पहले जिले में हल्की बारिश की थी और गुरुवार को रात का तापमान 14.7 डिग्री पर पहुंच गया था। साथ ही हवाएं भी उत्तर-पश्चिमी चल रही थीं, लेकिन उत्तर-पूर्वी सर्द हवाएं शुरू होते ही दिन का तापमान 2.4 डिग्री घटकर 22.2 डिग्री पर पहुंच गया। जबकि चार दिन पहले अधिकतम तापमान 30 डिग्री से ऊपर पहुंचने से मौसम में गर्मी का अहसास होने लगा था, लेकिन शुक्रवार को फिर से कड़ाके की सर्दी शुरू हो जाने से लोग जहां दिन के समय तो गर्म कपड़ों में नजर आए ही, वहीं शाम होते ही सर्दी और तेज हो गई।
बार-बार बदलता मौसम बन रहा परेशानी-
दो सप्ताह से बार-बार मौसम में आ रहा बदलाव अब लोगों की परेशानी बनने लगा है। इसका असर जिला अस्पताल में दिखने लगा है। मौसम में कड़ाके की सर्दी के दौरान जहां निमोनिया और सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ रही थी, तो वहीं मौसम में गर्माहट आने के साथ वायरल फीवर के मरीज बढ़ गए थे। इससे डॉक्टरों ने बदलते मौसम में बीमार होने से बचने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। हालांकि मौसम में फिर से लौटी कड़ाके की सर्दी को किसान फसलों के लिए लाभदायक बता रहे हैं। किसानों का कहना है कि फसलों को अभी मौसम में ठंडक की जरूरत है और सर्दी तेज होने से इल्ली का प्रकोप भी कम रहता है।