शहर में 14 सितंबर से 21 सितंबर तक यह 11 दिवसीय महासम्मेलन होगा। जिसके लिए शहर में पांडाल भी तैयार हो गया है और एक-दो दिन बार इसमें किन्नरों के जुटना शुरु हो जाएगा। किन्नर गुरु चांदनी मौसी ने बताया कि इसमें देशभर से हजारों की संख्या में किन्नर तो जुटेंगे ही, साथ ही किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी भी शामिल होंगी। सम्मेलन की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। वहीं 21 सितंबर को शहर में कलश यात्रा निकाली जाएगी।
शहर के लिए हमारा भी बनता है कर्तव्य-
किन्नर गुरु चांदनी मौसी ने कहा कि हम जनता का नमक खाते हैं, समाजों के बीच पहुंचते हैं। इसलिए हमारों भी कर्तव्य बनता है कि शहर की सुख-समृद्धि के लिए कुछ करें। इसी उद्देश्य से यह महासम्मेलन किया जा रहा है, जिसमें पूजा-अर्चना की जाएगी।