उन्होंने कहा कि जब पीड़ितों की खोज और बचाव के लिए अभियान चल रहा था, तभी करीब शाम साढ़े 7 बजे फिर से भूस्खलन हुआ जिसने और लोगों को मौत की नींद सुला दिया।” बाद में हुए भूस्खलन में मरने वालों में जिले में बीपीबीडी की आपातकालीन इकाई के प्रमुख और सिमांगग उप-जिले के मिल्रिटी कमांडर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भूस्खलन से कुल 14 घर नष्ट हो गए हैं। इन घरों के 17 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कुछ का इलाज गांव के स्वास्थ्य क्लीनिक में चल रहा है। लापता लोगों को तलाशने के लिए रविवार सुबह चलाए जा रहे ऑपरेशन में 500 से ज्यादा बचावकर्मी और 3 भारी मशीनरी उपकरणों की मदद ली जा रही है।