यह खबर सामने आने के बाद नॉन रेजिडेंट ऑफ केरलाइट्स अफेयर ( NORKA ) ने कजाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया है और भारतीय कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की है।
साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नोरका से जरूरी कदम उठाने की बात कही है। राज्य सरकार ने भी दूतावास से अपील की है कि कजाकिस्तान में फंसे भारतीयों की जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि कजाकिस्तान के टेंगिज ऑयल फील्ड में काम करने वाले भारतीय और स्थानीय लोगों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। दोनों गुटों में मामला इतना बढ़ गया कि मामूली कहासुनी हिंसक झड़प में बदल गई। इस घटना में 30 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इस विवाद में 150 भारतीय फंसे हुए हैं, जिसमें सबसे अधिक केरल के रहने वाले हैं।
भारतीय दूतावास की ओर से दी गई शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हिंसक झड़प में किसी भारतीय को गंभीर नुकसान नहीं हुआ है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ( Vellamvelly Muraleedharan ) ने ट्वीव कर जानकारी दी है।
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मुरलीधरन ने जानकारी दी है कि ऑयल फील्ड में एक निर्माण स्थल पर कुछ कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ था, लेकिन इसमें भारतीय शामिल नहीं थे। फिलहाल इस मामले पर भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क बने हुए हैं।
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