150 आतंकियों ने पहले किया था समर्पण
इससे पहले अगस्त के पहले सप्ताह में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के 150 से ज्यादा आतंकियों ने आत्मसमर्पणकर दिया था। मजार-ए-शरीफ में तालिबान से हारने के बाद इन आतंकियों ने खुद को सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया था। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने अपने हथियारों को सौंप दिया था। सेना के एक अधिकारी ने कहा था कि हम तहेदिल से अपने इन भाइयों का स्वागत करते हैं, जिन्होंने अपने हथियार सौंपकर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया और फिर से शांति और मेल-मिलाप की प्रक्रिया में शामिल हो गए।
20 आतंकी हुए थे ढेर
अफगानिस्तान के बगलान प्रांत में अमरीका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन बलों द्वारा रातभर किए गए हवाई हमले में तालिबान के कम से कम 20 आतंकियों को मार गिराया गया और साथ ही हथियारों और गोला-बारूद के चार बड़े डिपो को भी नष्ट कर दिया गया। क्षेत्र में आर्मी कोर्प 209 शाहीन के प्रवक्ता हनिफ रेजाई ने बताया कि दहन ई घोरी जिले के अका खिल गांव के समीप तालिबान ठिकाने पर शुक्रवार रात को यह हमला किया गया था। रेजाई ने कहा, “मरने वालों में तालिबान का एक स्थानीय नेता भी शामिल था, जिसने प्रांत में समूह के सारा केट्टा या लाला इकाई के कमांडर के रूप में काम किया था।” एक अलग घटना में तालिबान के डिविजनल कमांडर मौलवी सलाउद्दीन और उसके दो सहयोगियों को शुक्रवार रात को उसी जिले में अफगान सेना के जवानों ने एक अभियान में मार गिराया।