पाकिस्तान सरकार के पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध सम्बंधी कानून को तोड़ने के लिए लाहौर में अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी की खबरों में बताया गया है कि पतंग के धागे में फंस कर लाहौर में दो लोगों के सोमवार को घायल हो जाने के बाद पुलिस ने शहर में कार्रवाई शुरू की। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में बसंत उत्स्व के दौरान कई लोग पतंगबाजी की घटनाओं में घायल हो गए हैं। बता दें कि स्थानीय रूप से बसंत नाम से प्रसिद्ध प्रसिद्ध पतंग महोत्सव हर साल फरवरी में वसंत ऋतु की शुरुआत होने पर मनाया जाता है। 2007 में इस पर सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन बाद में पंजाब सरकार ने यह बैन हटाने का फैसला किया।
बड़े पैमाने पर लोगों की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान सरकार अल्पसंख्यक हिंदुओं को जानबूझ कर परेशान कर रही है। विपक्ष का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार ने पंजाब के हिंदुओं को सबक सिखाने के लिए यह कदम उठाया है। पीपीपी का दावा है कि पंजाब के हिंदुओं ने इमरान सरकार को वोट नहीं दिया था, जिसका उनसे बदला लिया जा रहा है। इस आरोप के ऊपर पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि जब किसी नीचे उड़ रही पतंग का धागा किसी व्यक्ति के गले में लगता है तो उससे व्यक्ति के घायल होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि पतंग का धागा चाकू जितना खतरनाक होता है जिसकी वजह से लोगों का गला कट जाता है। वर्तमान पंजाब सरकार ने इससे पहले यह प्रतिबंध हटाने की घोषणा की थी लेकिन अधिकारियों ने अब कहा है कि प्रतिबंध का लगे रहना ही लोगों के हित में है। सरकार ने कहा है कि भविष्य में वह सुनिश्चित करेगी कि शांति पूर्वक यह त्यौहार मनाया जा सके।
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