कल आतंकियों ने किया था चुनावी रैली पर हमला
दरअसल अफगानिस्तान में संसदीय चुनाव के लिए प्रचार अभियान चल रहा है। आतंकी समूह हक्कानी और तालिबान इसमें बाधा पहुंचाना चाहते हैं। इसलिए ये आतंकी सुरक्षाबलों और चुनावी रैलियों को निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं। अभी मंगलवार को ही नांगरहार प्रांत में एक चुनावी रैली में हुए आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 30 अन्य घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि जलालाबाद शहर के कामा जिले में संसदीय चुनाव में उम्मीदवार अब्दुल नासिर मोहम्मद की रैली में यह बम विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट में मोहम्मद भी घायल हो गए हैं।
20 अक्टूबर को होंगे संसदीय चुनाव
अफगानिस्तान में 20 अक्टूबर को होने वाले संसदीय चुनाव के लिए चुनाव अभियान पिछले शुक्रवार को शुरू हुए थे। इसमें 34 प्रांतों में से 33 में 2,691 उम्मीदवार (गजनी को छोड़कर) संसद की 249 सीटों के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस साल पूरे देश में अब तक हुए चुनावी हमलों में 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इसमें सात चुनावी उम्मीदवार भी शामिल थे। अफगान चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, चुनाव प्रचार अभियान 17 अक्टूबर तक चलेगा। अफगानिस्तान के इस चुनाव में 90 लाख से अधिक मतदाता अपने मतदान का इस्तेमाल करके संसद के निचले सदन वोलेसी जिरगा के लिए पांच साल की अवधि के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे। साथ ही, वे जिला परिषदों के सदस्यों का भी चुनाव करेंगे।