बीते दिन (मंगलवार) ही तालिबान ने प्रेस फॉन्फ्रेंस करते हुए दुनिया को ये विश्वास दिलाने की कोशिश करते हुए वादा किया था कि महिलाओं के अधिकारों का सम्मान किया जाएगा। साथ ही शांति बनाए रखने के लिए कानून व्यवस्था को बहाल किया जाएगा। तालिबान ने यह भी वादा किया था कि दुनिया उसे मान्यता दे, वह किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। इसके अलावा, लोगों से अफगानिस्तान नहीं छोड़ने की अपील भी की थी।
Afghanistan: 300 सिखों ने काबुल गुरुद्वारे में ली शरण, तालिबान ने दिया सुरक्षा का भरोसा
हालांकि एक दिन बाद ही राजधानी काबुल और कई अन्य जगहों से खौफनाक घटनाएं सामने आई है। काबुल से आई तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि तालिबानियों ने देश छोड़ने के इरादे से काबुल एय़रपोर्ट पहुंच रही महिलाओं व बच्चों पर नुकीले-धारदार हथियारों से हमला किया है। इतना ही नहीं, एयरपोर्ट से भीड़ को हटाने के लिए फायरिंग भी की।
लॉस एंजिलिस टाइम्स के रिपोर्टर मार्कस यैम ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें साझा की है और ये दावा किया है कि तालिबानियों के हमले में कई लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, फॉक्स न्यूज ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें ये दावा किया है कि तालिबानी लड़ाके काबुल और अन्य जगहों की सड़कों पर घूम रहे हैं। कई जगहों पर फायरिंग भी कर रहे हैं।
जलालाबाद में लोगों पर बरसाई गोलियां
तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान के जलालाबाद में लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई हैं। नजीब नांगयाल नाम के ट्विटर यूजर ने दो वीडियो पोस्ट किए हैं। इसमें स्पष्ट दिख रहा है कि सड़क पर कुछ लोग अफगानिस्तान का राष्ट्रीय झंडा लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। तभी अचानक वहां पर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी। लोग इधर-उधर भागने लगे। जानकारी के अनुसार, ये लोग दफ्तरों पर अफगानिस्तान का राष्ट्रीय झंडे को लगाए रखने की मांग कर रहे थे। लेकिन तालिबानियों ने इन लोगों को तितर-बितर करने के लिए उनपर फायरिंग कर दी।
अफगानिस्तान में तालिबान को मान्यता दें या नहीं, इसको लेकर भारत वेट एंड वॉच की स्थिति में!
बता दें कि अफगानिस्तान को बचाने के लिए फ्रंट नॉर्दन अलायंस तालिबान के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ रहा है। फ्रंट नॉर्दन अलायंस के बैनर तले कुछ लोगों ने जलालाबाद में अफगानी झंडा लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान तालिबान के लड़ाकों ने गोलियां चला दी। काबुल न्यूज के मुताबिक, गोलीबारी में एक शख्स की मौत हो गई है।
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बीच तालिबानी हुकूमत के खिलाफ लोगों ने अब अपनी आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। पंजशीर घाटी में नॉर्दन अलायंस का झंडा फहराया गया है, जो कि 2001 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है।