इससे जुड़ी मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह शपथ ग्रहण अमरीका के जख्म कुरेदने वाला हो सकता है। रिपोर्ट में दावा करा गया है कि तालिबान अपनी अंतरिम सरकार के मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह अमरीका पर हुए 9/11 हमले की 20वीं बरसी यानी आने वाली तारीख 11 सितंबर को आयोजित कर सकता है।
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अमरीका समेत कई देशों को निमंत्रण
रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान की अंतरिम सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए चीन, तुर्की, पाकिस्तान, ईरान, कतर, भारत और अमरीका समेत कई देशों को निमंत्रण दिया है। तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार के मंत्रियों के नाम का ऐलान किया है। इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान में यह सरकार कार्यवाहक व्यवस्था के तहत बनाई जा रही है।
तालिबान अंतरराष्ट्रीय मान्यता की मांग कर रहा है। उसने दूसरे देशों से अपने दूतावास को दोबारा से खोलने के लिए भी कहा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद के अनुसार हम मानते हैं कि निवेश के लिए शांति और स्थिरता बेहद अहम है। हम चीन सहित सभी पड़ोसियों के साथ बेहतर रिश्ते बनाना चाहते हैं।
मुजाहिद के अनुसार युद्ध खत्म हो गया है, अब देश संकट से बाहर निकल चुका है। यह अब शांति और पुनर्निर्माण की ओर बढ़ेगा। अफगानिस्तान को मान्यता मिलने का अधिकार है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को काबुल में अपने दूतावास को दोबारा शुरू करना चाहिए।
मंत्रीमंडल में शामिल आतंकी
अफगानिस्तान में 33 मंत्रियों की सरकार बनाई गई। आतंकी सरकार में आठ मंत्री ऐसे हैं जो पाकिस्तानी मदरसे जामिया हककानिया सेमिनरी के छात्र हैं। इसमें हक्कानी नेटवर्क के मुखिया और तालिबानी सरकार में नियुक्त गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी से लेकर तालिबानी सरकार के उप प्रधानमंत्री अब्दुल गनी बरादर हैं।