मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमरीका के दो एडवांस्ड यू-2 जासूसी विमानों ( U-2 spy plane ) ने बीते दिनों चीनी सीमा में घुसकर उनके मिलिट्री ड्रिल को रिकॉर्ड किया, जो कि चीनी कैमरे में कैद हुआ। घातक हथियारों से लैस ये विमान मिलिट्री ड्रिल को रिकॉर्ड करते रहे और चीन बेचारगी से देखता रहा। हालांकि बाद में चीन ने एक बयान जारी करते हुए अमरीका की इस हरकत को निंदा की है।
चीनी रक्षा मंत्रालय ( Ministry of National Defense China ) ने बयान जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी और कहा कि देश के उत्तरी हिस्से में सैन्य अभ्यास के दौरान नो-फ्लाई जोन में अमरीकी वायुसेना के U-2 टोही विमान ( US Air Force U-2 Spy Plane ) ने घुसपैठ की और हमारी सीमा का उल्लंघन किया।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कीन ( Wu Qian ) ने कहा कि अमरीकी जासूसी विमानों का हमारी सीमा में अवैध तरीके से घुसना पूरी तरह से उकसावे की कार्रवाई है। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका को ऐसी हरकतें रोकनी चाहिए।
अमरीका-चीन में एकबार फिर बढ़ा तनाव
आपको बता दें कि इस घटना के बाद से अमरीका और चीन में तनाव और भी बढ़ गया है। चीनी रक्षा मंत्रालय ( Chinese Ministry of Defense ) के मुताबिक, यह घटना उत्तरी चीन में हुई है। हालांकि चीन ने इसे लेकर अभी तक सटीक जगह और समय की जानकारी नहीं दी है।
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इससे पहले अमरीकी लड़ाकू विमानों ने शंघाई से महज 75 किलोमीटर दूर काफी देर तक उड़ान भरी थी। इसके अलावा अमरीकी नौसेना लगातार दक्षिण चीन सागर ( South China Sea ) में अभ्यास कर रही है। ऐसे में दोनों देशों के बीच तल्खियां बढ़ गई है।
चीन ने कहा है कि अमरीकी विमानों ( US Plane ) ने उत्तरी इलाके में उसकी सेना के अभ्यास की कई घंटे तक जासूसी की। इससे सैनिकों के अभ्यास पर असर हुआ। चीन ने कहा कि उसका उद्देश्य अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करना है। अमरीका की यह हरकत खतरनाक है।