सोमवार को मीडिया में आए दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गे जावेद चुटानी का फोन रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि दाऊद की पत्नी को शनल के हैंड बैग के कितने पसंद हैं। जब दाऊद अपने दुबाई में बैठे अपने गुर्गे जावेद से बात कर रहा था तभी दाऊद की पत्नी ने उसके हाथ से फोन छिन लिया और जावेद से बात करने लगी।
जावेद कहता है..हां कहिए भाभी। दाऊद की पत्नी मजहबीं शेख जावेद से कहती है कि ये (दाऊद) मुझे आंख दिखा रहे हैं। इसके जवाब में जावेद ने कहा कि अरे आप उनसे डरिए मत, खुलकर बताइए क्या बता है। फिर महजबीं ने कहा कि उसे एक शनल का हैंड बैग मंगवाना है। जावेद ने कहा ठीक है, आज रात जब मैं वापस आऊंगा तो लेकर आऊंगा। इसके बाद महजबीं ने शनल के शोरुम का एड्रेस बताती है और कहती है कि उसने एक ब्लैक हैंडबैग ऑर्डर कर दिया है। शोरुम वाले ने कहा है कि आपका बैग जल्द ही आ जाएगा। आप एकबार जाकर देख लीजिएगा। इसके बाद दाऊद के गुर्गे ने कहा कि आप परेशान मत होइए, आपका बैग आ जाएगा।
बता दें कि पाकिस्तान में छिपे अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम ने 1997 में ‘कैसेट किंग’ गुलशन कुमार की हत्या में वांछित संगीतकार नदीम सैफी को कानून शिकंजे से बचाने के लिए हाथ-पैर मारना शुरू कर दिया है। एक निजी समाचार चैनल को मिले एक टेप में दाऊद को खुद फोन पर भारत सरकार की मुहिम और नदीम के बारे में फिक्र जताते हुए सुना जा सकता है। 90 के दशक में बॉलीवुड में काम कर चुका नदीम सैफी लंबे समय से ब्रिटेन में निर्वासन में रह रहा है।
दाऊद नदीम के बीच बातचीत में कोडवर्ड का इस्तेमाल
2015 से ही रिकॉर्ड की जाने वाली बातचीत के इन टेप में दाऊद को चिंता जताते सुना जा सकता है। इन इंटरसेप्ट्स से नदीम सैफी का दाऊद इब्राहिम से संभावित गठजोड़ भी बेनकाब होता है। सूत्रों के मुताबिक, दाऊद जिस शख्स के बारे में चिंता जता रहा है वह नदीम सैफी ही हैं। टेप में खुलासा हुआ है कि नदीम के ब्रिटेन से भारत प्रत्यर्पण संबंधी मोदी सरकार के ताजा प्रयासों के क्या निहितार्थ हो सकते हैं। बातचीत में अंडरवर्ल्ड के खास कोडवर्डस का इस्तेमाल हुआ है।जैसे कि नदीम सैफी का हवाला देने के लिए ‘लंदन फ्रेेंड’ और ‘उस्ताद’ जैसे शब्द इस्तेमाल किए गए हैं। हालांकि इस कोडवर्ड वाली भाषा को डिकोड करने वाले खुफिया अधिकारियों ने, ‘लंदन उस्ताद’ की पहचान नदीम सैफी के तौर पर ही की है। टेप में दुबई स्थिति दाऊद का एक गुर्गा ब्रिटेन में नदीम सैफी की संभावित गिरफ्तारी की स्थिति में उसे अंडरग्राउंड करने के प्लान के बारे में बता रहा है।
पूर्व कमिश्नर ने भी पुष्टि की
ये टेप दाऊद की लोकेशन को लेकर सामने आया सबसे सबसे पुख्ता सबूत भी है। चैनल ने दावा किया कि खुफिया सूत्रों ने पुष्टि की है कि ये कॉल इंटरसेप्ट्स उसे कराची में आईएसआई की ओर से मुहैया कराए महफूज ठिकाने से जुड़े हैं। वहीं ये इंटरसेप्ट्स इन अटकलों को भी खारिज करते हैं कि दाऊद गंभीर बीमारियों के चलते मरणासन्न है। इसी साल ईद पर जब दाऊद को उसके एक रिश्तेदार ने दुबई से फोन किया था तो दाऊद ने उसे हडक़ाने के अंदाज में उस नंबर पर फिर फोन नहीं करने के लिए कहा था। इंटरसेप्ट्स में दाऊद को आशंका जताते सुना जा सकता है कि उसकी लोकेशन को भारतीय खुफिया एजेंसियां ट्रैक कर लेंगे। दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने भी स्वीकार किया कि इनमें एक आवाज दाऊद इब्राहिम की ही है। वहीं ठाणे की एंटी-एक्सटॉर्शन सेल में तैनात एसीपी एनटी कदम ने भी ऑडियो क्लिप को सुनने के बाद इसमें एक आवाज को दाऊद की ही बताया है।