मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- अपने गिरते स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अकीहितो ने परंपरा से हटकर अपने जीवनकाल में ही स्वेच्छा से राजगद्दी छोड़ने का फैसला किया है। उनके पुत्र एक मई को नए सम्राट के रूप में कार्यभार संभाल लेंगे। रिपोर्ट के अनुसार- राजशाही के नए दौर का नाम महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह पारंपरिक जापानी कैलेंडर में साल की प्रकृति तय करने के लिए जरूरी होता है।
नए सम्राट के पद भार संभालने को लेकर पारंपरिक रस्मों ने लोगों का ध्यान खींचा कि किस तरह से आधुनिकता के बावजूद जापान ने अपनी परंपराओं को संजोकर रखा हुआ है। इस हफ्ते की शुरुआत में अकीहितो ने महल की बालकनी से हाथ हिलाकर प्रजा का अभिवादन किया। उस समय वहां पर डेढ़ लाख से ज्यादा लोग मौजूद थे। इसे अकीहितो के लिए एक रिकॉर्ड माना गया। आबे ने इस बात पर बल दिया कि 2019 जापान के लिए एक ऐतिहासिक रहेगा।