पाक में नवाज शरीफ की कुर्सी जाते ही वहां की सेना पर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए हैं।
Pakistani PM Nawaj shareef
इस्लामाबाद. पाक में नवाज शरीफ की कुर्सी जाते ही वहां की सेना पर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए हैं। शरीफ को हटाने के लिए पाक सेना ने जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट को अपना हथियार बनाया। पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की अगुवाई में इसका ताना-बाना पहले से बुना गया था। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इसकी नींव उस वक्त रखी गई, जब शरीफ ने सेना की सत्ता को चुनौती देने की कोशिश की। इसकी शुरुआत तब हुई जब एक बैठक में शरीफ ने सेना से कहा था कि आतंकियों को काबू में रखिए या अंतरराष्ट्रीय फजीहत के लिए तैयार रहिए। बैठक की बातें अखबार ‘डॉन’ ने लीक कर दी थीं, जिसके बाद दुनिया में यह मुद्दा पूरे जोर-शोर से उछला था। उसी वक्त से शरीफ व सेना के रिश्ते खराब होने शुरू हो गए।
24 साल पहले ससुर ने बहाल किया था, अब दामाद ने शरीफ को अयोग्य ठहराया
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट का दृश्य, 24 साल पहले साल 1993 के दृश्य से बिल्कुल अलग था। 24 साल पहले जब तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार बहाल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की बेंच बैठी थी, उस समय के चीफ जस्टिस नसीम हसन शाह ने प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को बहाल किया था। वहीं सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस आसिफ सईद खान खोसा ने शुक्रवार को शरीफ को अयोग्य ठहरा दिया। जस्टिस आसिफ सईद खान खोसा जो पूर्व मुख्य न्यायाधीश नसीम हसन शाह के दामाद हैं।
शाहबाज के आने तक 45 दिन शाहिद अंतरिम पीएम
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में पनामागेट कांड में नवाज शरीफ के इस्तीफे के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने शाहिद खाकर अब्बासी को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया है। शाहिद अब्बासी 45 दिनों तक पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री रहेंगे। इस बीच में पंजाब के मुख्यमंत्री और नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ चुनाव लड़कर राष्ट्रीय असेंबली में पहुंचेंगे। इसके बाद वे शाहिद अब्बासी की जगह देश के प्रधानमंत्री का पद संभालेंगे। शाहिद अब्बासी अब तक पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय संभाल रहे थे। खबरों के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई पार्टी की बैठक में शाहिद को इस पद के लिए चुना गया। इससे पहले ख्वाजा मोहम्मद अब्बासी के नाम की भी प्रधानमंत्री पद के लिए चर्चा हो