अभी भी गिनती जारी शुरू में लगभग 700 मृत सीलों की सूचना दी गई थी, लेकिन आगे की जांच से बहुत अधिक संख्या का पता चला है और गिनती जारी है। कैस्पियन सील को 2008 से प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (International Union for Conservation of Nature IUCN) की रेड लिस्ट में लुप्तप्राय (Endangered) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
दो सप्ताह से पड़े हैं शव कैस्पियन एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन सेंटर के प्रमुख जौर गैपिजोव ने एक बयान में कहा कि सील शायद दो हफ्ते पहले मर गए थे। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सील का शिकार हुआ या मछली पकड़ने के जाल में फंस कर मर गईं।
नदियों के मुहाने पर मिलीं दागेस्तान क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरण मंत्रालय ने टेलीग्राम पर लिखा है कि दो नदियों, सुलक और शूरिंका के मुहाने के बीच बड़ी संख्या में पाए गए हैं।
कभी थीं दस लाख, अब 70 हजार पर्यावरण मंत्रालय ने कहा है कि मौत के कारणों का पता तब चलेगा जब लैब के नतीजे आएंगे। कैस्पियन सागर की सील आबादी दशकों से अधिक शिकार और औद्योगिक प्रदूषण से काफी कम हो गई है। कैस्पियन एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन सेंटर अब मानता है कि यहां केवल 70,000 सील हैं जो लगभग एक सदी पहले दस लाख थीं।