इन देशों में होगा प्रदर्शन
बलूचिस्तान आंदोलन के सदस्यों के अनुसार, अमरीका के वाशिंगटन डीसी, जर्मनी के हनोवर शहर, यूनाइटेड किंगडम की राजधानी लंदन, कनाडा के वैंकूवर, ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा नीदरलैंड, नॉर्वे और स्वीडन में भी रैलियों का आयोजन किया जाएगा। इन प्रदर्शनों का उद्देश्य पाकिस्तान के परमाणु हथियार के खतरों को उजागर करना है। एफबीएम ने सभी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को दुनिया भर में अपने विरोध में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
सोशल मीडिया पर भी चलेगा अभियान
बलूचिस्तान के सोशल मीडिया में भी 28 मई को हैशटैग # नोटोपाकिस्तान नूकस(hashtag #NoToPakistaniNukes) नाम से पाक के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में यह बताया जाएगा कि आखिर पाकिस्तान किस तरह बलूचिस्तान के लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रहा है। दरअसल बीस साल पहले, पाकिस्तान ने 28 मई, 1 99 8 को बलूचिस्तान की चघाई पहाड़ियों में अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था। इस परीक्षण की वजह से वहां आज भी लोग तरह-तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं।
आजादी मांग रहे हैं बलूचिस्तान के लोग
पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र वाले बलूचिस्तान के लोग आजादी की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान उनके हितों के साथ खिलवाड़ करता रहा है। इन लोगों का आरोप है कि पाक इन इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ बर्बरतापूर्वक पेश आता है।