उन्होंने कहा कि वह इस दिखावे वाले लोकतंत्र को नहीं मानते हैं। जनता के लोकतांत्रिक और सामाजिक-आर्थिक अधिकारों को बहाल किया जाना चाहिए और इसके लिए (प्रधानमंत्री) इमरान खान को इस्तीफा देना चाहिए। बिलावल के अनुसार मौजूदा सरकार जनता में अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है। उसने अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है। पाकिस्तान में सभी विपक्षी दलों ने फैसला किया है कि खान को पद छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह सरकार विरोधी आंदोलन कराची से शुरू कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पीपीपी 23 अक्टूबर को थार में विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी। 26 को कशमोर में प्रदर्शन करेगी जबकि पंजाब में रैलियां एक नवंबर से शुरू होंगी।