भारत और पाकिस्तान की सरकारों की तारीफ करते हुए बिलावल ने कहा, “एक चौथाई शताब्दी के बाद पूर्व प्रधान मंत्री शहीद मोहतमा बेनजीर भुट्टो के सपने को साकार करने के लिए मैं भारत और पाकिस्तान की सरकारों को धन्यवाद देता हूं।” इस मौके पर बोलते हुए बिलावल ने कहा कि पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो ने पहले भारतीय सीमा से करतारपुर गुरुद्वारा तक वीजा रहित मुक्त गलियारा देने का प्रस्ताव रखा था। तब से सिख श्रद्धालु पाकिस्तान सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करने और सिख तीर्थयात्रियों को अपने पवित्र तीर्थ स्थल तक जाने देने के लिए भारत सरकार पर दवाब डाल रहे थे।
पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस फैसले के लिए दोनों सरकारों को धन्यवाद दिया। अपने अध्यक्ष का हवाला देते हुए पीपीपी के मीडिया सेल ने बताया, “बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि पीपीपी दो पड़ोसी देशों के लोगों के लिए बीच बेहतर संपर्क स्थापित करने के लिए हमेशा खड़ा रहता है। पीपीपी की अगुआई वाली हर सरकार ने भारत से सिख, हिंदू और बौद्ध तीर्थयात्रियों की पाकिस्तान यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।” पीपीपी के प्रवक्ता ने बताया कि गैर-मुस्लिम तीर्थयात्रियों को अपने पवित्र स्थानों पर जाने के लिए और अधिक सुविधाएं शुरू करने के लिए पार्टी हमेशा प्रयासरत रहेगी।