पावरहाउस के जेनरेटर और बूमर को पहुंचा नुकसान
नेपाल की स्थानीय अखबार की रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि ये धमाके पावर हाउस के इतने नजदीक हुए कि इससे वहां के पावरहाउस के जेनरेटर और बूमर को काफी नुकसान पहुंचा। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस इंस्पेक्टर रामेश्वर पंडित ने कहा,’हम इन धमाकों को अंजाम देनेवालों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। विस्फोट के बाद नेपाल पुलिस और नेपाल सेना के कर्मियों को मौके पर तैनात किया गया है।
पीएम मोदी ने नेपाली समकक्ष के साथ रखी थी आधारशिला
आपको बता दें कि अरुण तृतीय प्रोजेक्ट को पांच सालों के भीतर तैयार किए जाने का लक्ष्य है। ये नेपाल की सबसे अधिक क्षमता वाला प्रोजेक्ट माना जाता है, जिसकी विद्युत संयंत्र की क्षमता 900 मेगावाट है। इस परियोजना की आधारशिला पिछले साल ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के पी शर्मा ओली ने संयुक्त रूप से रखी थी। भारत सरकार की ओर से सतलुज जल विद्युत निगम इस संयंत्र के निर्माण कार्य में सहायता उपलब्ध करा रहा है। इसके साइट पर 2400 से अधिक मजदूर कार्यरत हैं, जिनमें से 1700 नेपाली श्रमिक और तकनीशियन हैं।