जेल से रिहा हुए, चुनाव नहीं लड़ेंगे भ्रष्टाचार के मामले में शरीफ को 10 साल की सजा सुनाई गई गई थी और जुलाई में जब बेटी मरियम शरीफ और दामाद के साथ नवाज वतन लौटे तो उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दिया गया। इस वक्त भी उनके ऊपर दस साल तक चुनाव लड़ने को लेकर बैन लगा हुआ है। माना जा रहा है कि बेल पर रिहा हुए शरीफ अब इस फैसले को भी चुनौती देंगे और फिर से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने की कोशिश करेंगे। हालांकि, कानूनी झमेलों के साथ पार्टी और संगठन को लेकर भी उनके सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं।
तीन बार बने पीएम,नहीं पूरा कर सके कार्यकाल नवाज शरीफ तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। पहली बार 1990 से 1993 तक, दूसरी बार 1997 से 1999 तक और तीसरी बार 2013 से 2017 तक। तीनों बार प्रधानमंत्री बनने वाले शरीफ एक बार भी अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। नवाज के पहले कार्यकाल में पाकिस्तान की सेना ने उस वक्त के राष्ट्रपति गुलाम इशाक खान को आगे कर सत्ता से बेदखल किया। दूसरी बार उनके विश्वासपात्र जनरल परवेज मुशर्रफ से ही उन्हें चुनौती मिली और सत्ता से बेदखल हुए। तीसरी बार आय से अधिक संपत्ति और अपनी प्रॉपर्टी को लेकर बोले कथित झूठ के कारण कोर्ट ने अयोग्य घोषित कर दिया। हालांकि, इस वक्त जेल से रिहा हुए नवाज शरीफ और उनका परिवार जरूर राहत की सांस ले रहा होगा। जेल से निकलने के बाद उन्होंने कहा कि वह ईश्वर के शुक्रगुजार हैं और भविष्य में अपनी बेगुनाही साबित कर देंगे।