दरअसल चीन में स्कूल की इमरात को एक जगह से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया है। इस इमरात को 1935 में बनाया गया था। पहले इसे तोड़कर दूसरी इमरात बनाने का प्रस्ताव सामने आया था मगर इमारत के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इसे दूसरी जगह पर शिफ्ट करने की योजना बनाई गई।
भारत की हवा को गंदा कहने वाले Donald Trump पर बरसे जो बिडेन, कहा-मित्र देश के लिए ऐसी टिप्पणी सही नहीं स्थानीय प्रशासन के अनुसार, इस स्कूल को दूसरी जगह पर ले जाना एक नामुमिक काम था। मगर इंजीनियरों ने तकनीक की मदद से इसे शिफ्ट कर दिया। इमारत को हटाने की प्रक्रिया का एक वीडियो भी बनाया गया है।
198 रोबोटिक टूल का उपयोग चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, इंजीनियरों ने इसके लिए 198 रोबोटिक टूल का उपयोग किया है। हजारों टन की इमारत को खिसकाकर करीब 62 मीटर दूर तक ले जाया गया। चीनी मीडिया के अनुसार, इस काम में करीब 18 दिन का समय लगा। 15 अक्टूबर को इस काम को अंजाम दिया गया।
अमरीका में दोबारा से Coronavirus ने पांव पसारे, पांच लाख लोगों की मौत होने की संभावना रोबोटिक लेग्स का इस्तेमाल अभी तक इमारत को बड़े प्लेटफ़ॉर्म पर ज्यादा क्षमता वाली रेल या क्रेन के सहारे खींचा जाता था। इस काम में रोबोटिक लेग्स का इस्तेमाल हुआ जो पहली बार था। इससे पहले 2017 में, 135 साल पुराने बने करीब दो हज़ार टन के ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर को भी लगभग 30 मीटर तक खिसकाया गया था। इस काम में 15 दिन तक का समय लग गया।