चीन की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं
समाचार पत्र ने सूत्रों के हवाले से कहा कि चीन लियू की सुनियोजित यात्रा से पहले अमरीका में मध्यस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी नहीं भेज रहा है। हालांकि चीन सरकार ने इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
एक-दूसरे पर थोप रहे हैं आयात शुल्क
वार्ता रद्द की ये खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन और अमरीका दोनों के बीच पिछले काफी समय से व्यापार युद्ध चल रहा है। इसके चलते दोनों पक्ष एक-दूसरे के अरबों डॉलर के उत्पादों पर आयात शुल्क लगा रहे हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में अमरीका ने चीन के 200 अरब डॉलर के उत्पादों पर 10 फीसदी का अतिरिक्त आयात शुल्क लगाया था। यही नहीं चीन के 267 अरब डॉलर के सामान पर भी आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी। दूसरी ओर अमरीका के इस रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजिंग ने उनके 60 अरब डॉलर के सामान पर आयात शुल्क लगा दिया। बता दें कि इससे पहले भी दोनों देश एक-दूसरे के 50 अरब डॉलर के उत्पादों पर अतिरिक्त आयात शुल्क लगा चुके हैं।
चीन की सेना पर प्रतिबंध
यही नहीं गुरुवार को अमरीका ने रूस से सैन्य हथियार खरीदने के कारण चीन की सेना पर प्रतिबंध का भी ऐलान किया था। जिसपर अमरीकी अधिकारियों ने बयान दिया कि इस फैसले का मकसद रूस को उसकी ‘अहितकारी गतिविधियों’ और अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने के लिए दंडित करना है। हालांकि विदेश विभाग ने ये भी कहा कि इस कार्रवाई का मकसद किसी देश की सैन्य क्षमताओं को या उसकी लड़ने की क्षमता को कमजोर करना नहीं है।
प्रतिबंध पर प्रतिक्रिया
अमरीका के इस कदम पर चीन ने नाराजगी जताई। चीनी विदेश मंत्रालय ने इस बारे में एक बयान जारी कर वह अमरीका से आग्रह करता है कि वह चीन पर लगाए गए प्रतिबंधों को वापस लेकर अपनी गलती सुधारे।