डोकलाम विवाद के बाद से चीन ने मजबूत की स्थिति, एलएसी पर 20 से अधिक शिविर बनाए
Highlights
- लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक गहराई वाले इलाकों में सैन्य शिविर का निर्माण किया है।
- डोकलाम के बाद से ही चीन ने किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी शुरू कर दी थी।

बीजिंग। चीन ने वर्ष 2017 में डोकलाम के बाद से ही भारतीय सेना पर दबाव बनाने के लिए अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया था। वह लगतार वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैन्य ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है। डोकलाम संकट के बाद से चीन ने लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक एलएसी के पास कई गहराई वाले इलाकों में सैन्य शिविर का निर्माण किया है। सूत्रों से मंगलवार को इस बात की जानकारी दी।
Post-Doklam, China developing military camps in depth areas along LAC
— ANI Digital (@ani_digital) December 8, 2020
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भारत और चीन की सेनाओं के बीच अप्रैल-मई से ही एलएसी पर तनावपूर्ण स्थिति बन रही है। इस कड़ाके की सर्दी में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर लद्दाख के रेतीले पहाड़ों पर दोनों सेनाएं आमने-सामने डटी हैं। ऐसा लगता है कि डोकलाम के बाद से ही चीन ने किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी शुरू कर दी थी।
स्थानीय नागरिकों ने देखे चीनी शिविर
एक सरकारी सूत्र के अनुसार चीन डोकलाम विवाद के बाद से ही एलएसी के साथ अपने निचले क्षेत्रों में सैन्य शिविर बनाने में लगा हुआ है। एलएसी के पास स्थानीय नागरिकों ने इस तरह के 20 से अधिक शिविरों को देखा है। इन शिविरों को बना लेने से चीनी सेना को कई फायदे हुए हैं। इस तरह से वह अपने क्षेत्र में ज्यादा बेहतर तरीके से गश्त कर सकती है। इसके साथ सीमा पर चीनी सेना की गतिविधियों को आसानी होगी।
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