वांग क्यूशन की जगह यांग 69 वर्षीय यांग चीन के दूसरे ताकतवर नेता वांग क्यूशन की जगह पर नेतृत्व कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक वांग क्यूशन राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दाएं हाथ हैं। पिछले महीने तक सेंट्रल कमिशन फॉर डिशिप्लिन इंसपेक्शन का नेतृत्व करते थे, लेकिन अक्टूबर की आखिरी सप्ताह में कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस में नेतृत्व के कई स्तरों पर बदलाव किया गया, जिसमें 69 वर्षीय वांग को इस दायित्व से मुक्त कर दिया गया। वांग की छवि भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई चलाने के तौर पर जाना गया है। यांग का संपादकीय इस बात की ओर इशारा करता है कि शी जिनपिंग के दाहिने हाथ माने जाने वाले वांग क्विशान की विदाई के बाद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ चिनफिंग की लड़ाई कमजोर नहीं होगी।
चरम पर था भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर यांग ने कहा, ‘पिछले समय में भ्रष्टाचार इस हद तक बढ़ गया था कि पार्टी का नेतृत्व तक कमजोर पड़ गया। इस दौरान निरीक्षण बेहद कमजोर रहा और विचारधारा बेपरवाह रही।’ सरकारी अखबार पीपल्स डेली में यांग ने लिखा, ‘भ्रष्टाचार इस हद तक बढ़ गया है कि अगर उसे नियंत्रित नहीं किया गया तो देश का स्वरूप बदल जाएगा। ऐसे में पार्टी और देश के लोगों का भविष्य वैसा ही हो सकता है जैसे सोवियत यूनियन और ईस्टर्न ब्लॉक का हुआ था।’
सत्ता पर पकड़ ढीली होने से आ सकता है भूचाल
अपने पूर्ववर्तियों की तरह राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी यही मानते हैं कि सत्ता पर पकड़ ढीली होने से देश में उथल-पुथल मच सकती है और देश टूटने की कगार पर भी आ सकता है। यही वजह है कि पार्टी हमेशा अपने कैडर से कहती है कि वह सोवियत यूनियन के विघटन का अध्ययन करे।
अपने पूर्ववर्तियों की तरह राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी यही मानते हैं कि सत्ता पर पकड़ ढीली होने से देश में उथल-पुथल मच सकती है और देश टूटने की कगार पर भी आ सकता है। यही वजह है कि पार्टी हमेशा अपने कैडर से कहती है कि वह सोवियत यूनियन के विघटन का अध्ययन करे।
भ्रष्टाचार पर जिनपिंग की लड़ाई क्रांतिकारी
गौरतलब है कि वांग की जगह नए चीफ बनाए गए झाओ लेजी ने भी इसी तरह का एक संपादकीय पिछले शनिवार को लिखा था। बहरहाल, यांग ने अपने संपादकीक में यह भी लिखा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जिनपिंग के अभियान से हासिल हुईं उपलब्धियां क्रांतिकारी हैं, लेकिन पार्टी के अंदर मौजूद भ्रष्ट तत्वों की सफाई अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई काफी गंभीर और जटिल है। इसमें वापसी का कोई रास्ता नहीं है, सिर्फ आक्रामकता के साथ आगे बढ़ना होगा। जाहिर है कि इसे कुछ देर के लिए भी रोका नहीं जा सकता।
गौरतलब है कि वांग की जगह नए चीफ बनाए गए झाओ लेजी ने भी इसी तरह का एक संपादकीय पिछले शनिवार को लिखा था। बहरहाल, यांग ने अपने संपादकीक में यह भी लिखा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जिनपिंग के अभियान से हासिल हुईं उपलब्धियां क्रांतिकारी हैं, लेकिन पार्टी के अंदर मौजूद भ्रष्ट तत्वों की सफाई अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई काफी गंभीर और जटिल है। इसमें वापसी का कोई रास्ता नहीं है, सिर्फ आक्रामकता के साथ आगे बढ़ना होगा। जाहिर है कि इसे कुछ देर के लिए भी रोका नहीं जा सकता।