मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- अमरीका का निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत मैककैंपबेल दक्षिण चीन सागर में विवादित पारासेल द्वीप के पास से होकर गुजरा। यह घटना ऐसे समय में हुई, जब दोनों देशों के अधिकारी कारोबारी विवाद सुलझाने के लिए आमने-सामने बैठकर बातचीत शुरू करने वाले हैं।
बता दें, दुनिया की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं ने एक-दूसरे के उत्पादों पर 300 अरब डॉलर से ज्यादा का आयात शुल्क लगाया है। अमरीका प्रशांत बेड़े की प्रवक्ता रचेल मैकमार के अनुसार- समुद्री क्षेत्र को लेकर बढ़- चढ़कर किए जा रहे दावे को चुनौती देने के लिए अमरीकी पोत नौवहन संचालन की स्वतंत्रता के तहत पारासेल द्वीपीय श्रृंखला के 12 नॉटिकल मील के दायरे से गुजरा।
चीन तकरीबन समूचे दक्षिण चीन सागर पर अपना हक जताता है और उसने कृत्रिम तरीके से बनाए गए द्वीप में सैन्य ठिकाना भी बनाया हुआ है। वियतनाम, फिलीपीन, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान दक्षिण चीन सागर पर अपना-अपना दावा करते हैं। पारसेल द्वीप पर चीन, ताइवान और वियतनाम अपना अधिकार जताते हैं।
जब इस बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि बीजिंग ने इस मुद्दे पर अमरीका के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने यह भी कहा कि अमरीकी जहाज चीन की आज्ञा के बिना इलाके से गुजरा। चीन ने पुष्टि के लिए अपने नौसैन्य पोत को भेजा और उसे आगाह किया गया।