डेढ़ लाख का जुर्माना
दरअसल, घटना चीन के दक्षिणी चीन क्षेत्र शिनजियांग प्रांत से जुड़ी है। यहां बीजिंग की ओर से उइगर मुसलमानों के खिलाफ सख्त सुरक्षा नियम बनाए गए हैं। जिसका नतीजा यह है कि मुस्लिमों पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इसी नियम के चलते 18 अक्टूबर से शुरू हो रही कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस से पहले देशभर के किसी भी होटल में इन मुसलमानों को ठहरने की अनुमति नहीं दी गई है। चीन के एक होटल ने इस नियम को तोड़ दिया, जिसके बाद उसपर जुर्माना लगाया गया। शेनजेन नाम के इस होटल ने जुर्माने की बात कबूलते हुए कहा कि होटल पर 15,000 युआन (लगभग 1.5 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया है।
आतंकवाद को बढ़ावा
हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं पाई है कि यह प्रतिबंध केवल लोकल होटलों पर ही लगाया गया है या फिर घरेलू/इंटरनेशनल होटलों को भी इस श्रेणी में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, चीनी सरकार को डर है कि इस्लामिक कट्टरपंथी हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। बता दें यहां चीनी सरकार और उइगर मुस्लिमों के बीच खींचतान चलती रहती है। उइगर मुसलमान गाहे-बगाहे चीन की सरकार पर अपने खिलाफ पक्षपता और भेदभाव का आरोप लगाते रहते हैं। दरअसल, चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुस्लिमों को चीनी सरकार आतंकवाद और कट्टरपंथ का पोषक मानती है। यही कारण है कि इन पर सरकार ने सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए इन पर कुछ सख्त बैन लगा दिए हैं। शिनजियांग प्रांत की आबादी में उइगर मुसलमानों का बड़ा हिस्सा है। 18 अक्टूबर से शुरू हो रही कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस से पहले देशभर के किसी भी होटल में इन मुसलमानों को ठहरने की अनुमति नहीं दी गई है।