उइगर मुस्लिमों पर China की बर्बरता जारी, सैंकड़ों इमामों को शिनजियांग में बनाया गया बंदी
HIGHLIGHTS
- रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी अधिकारियों ने सैंकड़ों इमामों ( Imams ) को हिरासत में ले लिया है।
- कई मीडिया रिपोर्टों में इस बात को बताया जा चुका है कि चीन ने 2017 की शुरुआत से ही 1.8 मिलियन करीब 18 लाख उइगर ( Uyghur Muslims ) और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को शिविरों में बंदी बनाकर रखा है।

बीजिंग। मानवाधिकार को लेकर दुनियाभर में ज्ञान देने वाले चीन की पोल एक बार फिर से खुल गई है। उइगर मुस्लिमों ( Uyghur Muslims ) पर लगातार चीन में अत्याचार हो रहा है। अब चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार की एक बड़ी खबर सामने आई है।
बताया जा रहा है कि चीनी अधिकारियों ने सैकड़ों मुस्लिम इमामों को हिरासत में ले लिया है। रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सैंकड़ों इमामों को नजरबंद कर दिया गया है। ऐसे में उनकी नजरबंदी से एक ऐसा माहौल बना है, जैसे उइगर मुस्लिम मरने से डरते हैं, क्योंकि उनका अंतिम संस्कार करने वाला कोई नहीं होगा।
Uighur पर China का अत्याचार, जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए कराया जा रहा है नसबंदी और गर्भपात
इंटरनेशनल सिटीज ऑफ रिफ्यूज नेटवर्क ( ICORN ) से जुड़े नॉर्वे के एक कार्यकर्ता अब्दुवेली अयूप ने बताया है कि शिनजियांग के उइगरों से बातचीत में कई बातें सामने आई है। उइगरों ने बताया है कि अब तक कम से कम 613 इमाम गायब हो गए हैं।
बता दें कि कई मीडिया रिपोर्टों में इस बात को बताया जा चुका है कि चीन ने 2017 की शुरुआत से ही 1.8 मिलियन करीब 18 लाख उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को शिविरों में बंदी बनाकर रखा है। हालांकि चीन इन आरोपों को खारिज करता रहा है।
उइगरों के जनसंख्या को किया जा रहा नियंत्रित
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सरकार ( Chinese Government ) उइगरों और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की जनसंख्या को कम ( Reduce population ) करने के लिए एक व्यापक अभियान चला रही है। इन समुदायों के बीच जन्मदर को कम करने के लिए कठोर कदम उठा रही है, जबकि चीन हान जाति को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
चीनी राष्ट्रपति Xi Jinping का दावा, शिंजियांग में रहने वाले उइगर मुसलमानों का विकास हो रहा
ये खबर सामने आई है कि चीनी अधिकारी उइगर और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं का गर्भपात करवा ( abortion ) देते हैं। इतना ही नहीं, पुरुषों का नसबंदी ( sterilization ) भी किया जा रहा है। कुछ विशेषज्ञ चीन की इस हरकतों को Demographic Genocide का एक रूप बता रहे हैं।
चीन के शिनजियांग प्रांत में इस तरह की घटना तेजी से बढ़ रहा है। यहां पर नियमित रूप से अल्पसंख्यक महिलाओं को गर्भावस्था की जांच करने के लिए और नसबंदी के लिए मजबूर किया जाता है। घर-घर जाकर बच्चों की संख्या के बारे में पुलिस पता करती है और अधिक बच्चे होने पर जुर्माना भी लगाती है। 2018 में ऐसा ही कई मामले सामने आए थे।
Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें (Hindi News App) Get all latest Asia News in Hindi from Politics, Crime, Entertainment, Sports, Technology, Education, Health, Astrology and more News in Hindi