चीन में 60 साल या अधिक उम्र के लोगों की आबादी 2020 तक बढ़कर 24 करोड़ हो जाएगी, यह कुल आबादी का 17 प्रतिशत होगा
बीजिंग। चीन में 60 साल या अधिक उम्र के लोगों की आबादी 2020 तक बढ़कर 24 करोड़ हो जाएगी। यह कुल आबादी का 17 प्रतिशत होगा। इससे देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर बोझ बढ़ेगा और साथ ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के श्रमबल में कमी आएगी।
पेंशन पर होगा ज्यादा खर्च
चीनी सरकार का अनुमान है कि 2020 तक बीजिंग को ओल्ड-एज पेंशन पर 30.7 अरब डॉलर (करीब 2.05 लाख करोड़ रुपए) खर्च करना होगा। रेनमिन यूनिवर्सिटी ऑफ चाइना के अनुसार, 2030 तक यह खर्च बढ़कर 111 अरब डॉलर (करीब 7.43 लाख करोड़ रुपए) हो जाएगा। आंकड़ों के अनुसार, 16 से 59 साल की उम्र के लोगों की संख्या 2020 में में घटकर 89.6 करोड़ और 2030 में 82.4 करोड़ हो जाएगी। वहीं, 60 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी 2020 तक 25.3 करोड़ और 2030 तक 36.5 करोड़ हो जाएगी।
बीमारियों से भी परेशान है चीन
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आयोग के उप प्रमुख ल्यू क्यान ने कहा कि फिलहाल चीन की बुजुर्ग आबादी 22 करोड़ है, 2020 तक वरिष्ठ नागरिकों की संख्या बढ़कर 24 करोड़ हो जाएगी जो कुल आबादी का 17 प्रतिशत होगा। ल्यू ने कहा कि पुरानी बीमारियों के मामले में भी चीन को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ेगा। इस समय देश में 26 करोड़ लोग ऐसे हैं जो पुरानी से पीड़ित हैं। इस तरह की बीमारियों का चीन में होने वाली मौतों में 86 प्रतिशत का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि 2015 में चीन में प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य पर खच्र 472 डॉलर रहा।
आपको बता दें कि चीनी राष्ट्रपति ने देश में साठ साल से अधिक लोगों की संख्या 22 करोड़ होने पर रिव्यू मीटिंग की थी। इस मीटिंग में उन्हें बताया गया कि पेंशन पर सरकार का खर्च लगातार बढ़ेगा। गौरतलब हो कि जनसंख्या पर लॉन्ग टर्म इफेक्ट को देखते हुए चीन की सरकार ने वन चाइल्ड पॉलिसी को बदल दिया था। अब वहां के लोग दो बच्चे पैदा कर सकते हैं।