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चीन ने कहा- दोनों देशों के रिश्तों के खिलाफ है भारतीय सेना प्रमुख का बयान

Published: Sep 07, 2017 05:45:00 pm

Submitted by:

ashutosh tiwari

भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत के बयान पर चीन ने आपत्ति दर्ज की है।

army chief bipin rawat
नई दिल्ली। चीन ने भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। चीन ने कहा है कि सेना प्रमुख का यह बयान दोनों देशों के रिश्तों के खिलाफ है। चीन ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि हम भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान की आलोचना करते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या रावत का बयान भारत का आधिकारिक बयान है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के रिश्तों को मजबूती देना दोनों देशों के हित में है। चीन ने इस बयान को भारत के लिए भी चिंताजनक बताया है।
क्या था सेना प्रमुख का बयान?
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बुधवार को एक बयान में कहा कि सेना को दो मोर्चों पर टकराव के लिए तैयार रहना होगा। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर्मी चीफ रावत ने कहा था कि भारत दो विरोधी देशों से घिरा है। एक तो उत्तरी सीमा पर है (चीन) और दूसरा पश्चिमी सीमा पर (पाकिस्तान)। जहां तक हमारी पश्चिमी सीमा के विरोधी का सवाल है तो हम उसके साथ किसी समझौते की संभावना नहीं देखते हैं, क्योंकि वहां की राजनीति, जनता और सेना को यह समझा दिया गया है कि भारत उसके टुकड़े करना चाहता है। लंबे समय से छद्म युद्ध छेड़ दिया गया है। हमारा देश कब तक इस छद्म युद्ध को सहता रहेगा, कब फैसला करेगा कि बर्दाश्त की सीमा पार हो गई है और कब जंग शुरू हो जाएगी, इसके बारे में पहले से कुछ कहना मुश्किल है।
डोकलाम में दो महीने तक जारी था विवाद
दरअसल दो महीने पहले चीनी सैनिकों और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। तब से वहां पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच विवाद जारी थी। इसके बाद चीन ने कई दफा युद्ध की धमकी दी लेकिन भारत पीछे नहीं हटा। ब्रिक्स सम्मेलन से पहले दोनों देशों ने आपसी सहमति से विवादित इलाके से सेना हटाने पर सहमति जताई थी। तब जाकर विवाद शांत हुआ था।
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