दरअसल, चीन ने एक बार फिर से ताइवान के वायुक्षेत्र में अपने 8 एच-6के परमाणु बॉम्बर्स को उड़ाया, जिसके बाद हरकत में आए ताइवान ने भी अपनी मिसाइलों का मुंह चीन के बॉम्बर्स की तरफ कर दिया। हालांकि, तनाव बढ़ता देख चीनी जहाज फौरन ताइवान के हवाई क्षेत्र से वापस लौट गया। ताइवान के साथ चीन के इस तनाव को देखते हुए अमरीका ने शनिवार को बीजिंग को सैन्य कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
चीन ने अमरीका को दी धमकी, कहा- चीनी कंपनियों को न्यूयॉर्क एक्सचेंज से हटाया तो कार्रवाई करेंगे
बता दें कि अमरीका ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में चीनी युद्धक विमानों के घुसपैठ कर डराने की कोशिश करने के कुछ ही घंटों बाद चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही बिडेन प्रशासन ने चीन को चेतावनी दी कि ताइवान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने या राजनयिक व आर्थिक दबाव बनाने की कोशिश को तत्काल रोक दें।
अमरीकी विदेश विभाग ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में हमारी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए वॉशिंगटन अपने दोस्तों और सहयोगियों के साथ हमेशा खड़ा रहेगा।
ताइवान ने दिया चीन को दिया करारा जवाब
आपको बता दें कि ताइवान ने चीन के इस नापाक हरकत का करारा जवाब दिया है। ताइवान रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शनिवार को आठ H-6K चीनी बमवर्षक विमानों और चार लड़ाकू विमानों ने ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी कोने में प्रवेश किया।
इसके बाद चीन द्वारा प्रयोजित हमले के मद्देनजर ताइवान ने फौरन अपनी मिसाइलों को मॉनिटर करने के लिए तैनात किया। ताइवान ने परमाणु हमला करने में सक्षम 8 H-6K और चार J-16 लड़ाकू विमानों की घुसपैठ को करारा जवाब दिया है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि ताइवान की वायु सेना ने चीनी विमानों को चेतावनी दी है और उनकी निगरानी के लिए मिसाइलों को तैनात किया है और एयरबोर्न अलर्ट के स्तर को भी बढ़ा दिया गया। साथ ही हवाई रक्षा मिसाइल सिस्टम को इस गतिविधि पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया।