अगस्त के अंत में की गई कार्रवाई
मीडिया से बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा कि अगस्त के अंत में, अधिकारियों ने पूरे देश में ऐसे वेबसाइटों की जांच की जिसमें कई तरह के उल्लघंन के मामले सामने आए। उन्होंने बताया कि कई वेबसाइट्स के ऐसे 120 उल्लंघन के मामले सामने आए जिस पर कैंची चलाई गई। इसके साथ ही ऐसे 230 पोर्टलों को 147,000 से ज्यादा आपत्तिजनक कंटेंट हटाने के आदेश दिए गए।
अभियान में ऐसे ऑनलाइन सामाग्रियों पर निशाना
इस अभियान के तहत ऑनलाइन प्रकाशित किए जाने वाले ऐसे टेक्स्ट और विजुअल्स पर निशाना साधा गया, जिनमें अनुचित मूल्यों, अश्लीलता और कॉपीराइट से जुड़े उल्लंघन हुए थे। अधिकारी के बयान के अनुसार, भविष्य में ऑनलाइन कंटेंट का माहौल बेहतर बनाने के लिए ऐसे कार्रवाइयों में तेजी लाई जाएगी।
2017 में भी चलाया गया था ऐसा अभियान
इससे पहले 2017 में भी इस तरह की कार्रवाई की थी। बता दें कि गत वर्ष की पहली छमाही में वहां 73 अवैध लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म बंद कर दिए गए थे। इसके अलावा अश्लील सामग्री प्रदान करने के लिए 1,879 लाइव स्ट्रीमर्स पर भी आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था। इससे संबंधित विभाग ने जनवरी से जून तक, ऐसे 120,000 से अधिक खातों को बंद कर दिया था। साथ ही 38,179 ऐसे खाते जिन्होंने नियमों का उल्लंघन किया था, उन्हें एंटी-पोर्नोग्राफ़ी कार्यालय ने ब्लॉक भी कर दिया था।