फ्रांस ने कहा, रफाल के लिए भारतीय भागीदारों का चयन करने में कोई भूमिका नहीं
चीन ने दर्ज किया विरोधचीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि चीन ने इस मामले में अमरीका के सामने अधिकारिक तौर पर अपना विरोध दर्ज करा दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मीडिया को दिए गए एक बयान में कहा, “अमरीका ने इस कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन किया है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और खराब होंगे। हम अमरीका से मांग करते हैं कि वे तत्काल प्रभाव से भूल सुधार करें और अपने प्रतिबंध को वापस ले अन्यथा उसे इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।” गेंग शुआंग ने कहा कि चीन पूरी दुनिया कि सामने अमरीकी प्रतिबंधों का मखौल नहीं उड़ाना चाहता, लेकिन अगर अमरीका अपने प्रतिबंधों पर कायम रहा तो हम उसे धता बताने कि लिए बाध्य होंगे।
विदेश मंत्रियों की बैठक रद्द करने पर पाकिस्तान का जवाब, एक बेहतर मौका भारत ने गवांया
गौरतलब है कि अमरीका के विदेश मंत्रालय ने चीन की मिलिटरी सैन्य एजेंसी इक्विपमेंट डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट (ईडीडी) पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। बता दें कि चीन को किसी भी तरह कि सैन्य हथियार इक्विपमेंट डिवेलपमेंट डिपार्टमेंट कि जरिये ही खरीदे या बेचे जाते हैं। अमरीका ने यह प्रतिबंध चीन द्वारा रूस से एसयू-35 कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और एस-400 एयर मिसाइल इक्विपमेंट खरीदने के आरोप में लगाया है।