Donald Trump की आलोचना पर WHO ने बनाई समिति, कोविड-19 से जुड़ी वैश्विक कार्रवाई का करेगी मूल्यांकन हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि अब ब्रिटेन, कनाडा के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून से पैदा हुई आशंकाओं को लेकर हांगकांग के साथ प्रत्यर्पण संधि को रद्द कर दिया है। इससे ऑस्ट्रेलिया और हांगकांग अपने अधिकार क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को प्रत्यर्पित नहीं कर सकेगा। ऑस्ट्रेलिया ने हांगकांग के लोगों को अपने यहां बसने और वीजा अवधि बढ़ाने का छूट दी है।
हांगकांग के लोगों को ऑस्ट्रेलिया का आमंत्रण ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने ऐलान किया कि हांगकांग में व्यापार करने वाले लोग अगर ऑस्ट्रेलिया आना चाहें तो वे आ सकते हैं। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के इस ताजा ऐलान से दोनों देशों के बीच जारी तनाव गंभीर रूप ले सकता है।
चीन में तनाव चरम पर गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण लेकर ऑस्ट्रेलिया के सवालों से नाराज चीन ने आर्थिक रूप से उस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। हाल ही में चीनी सरकार ने अपने नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया न जाने की सलाह दी थी। इतना ही नहीं चीन ने ऑस्ट्रेलिया से आयात होने वाले कई सामानों पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है।
कनाडा को भी चीन ने धमकाया हुवेई (Huawei ) के बाद अब हांगकांग को लेकर चीन और कनाडा के बीच तनाव बढ़ रहा है। इस पर चीन ने तीखी प्रतिक्रिया देकर कनाडा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा है। इस बीच चीन ने अपने नागरिकों को कनाडा न जाने की चेतावनी दी है। चीन ने कहा है कि नागरिकों को स्थानीय सुरक्षा के हालात पर खास ध्यान देने की आवश्यता है। टोरंटो स्थित चीनी दूतावास ये यह जानकारी सोशल मीडिया ऐप वीचैट पर दी है।
कनाडा ने दिया झटका पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कुछ दिनों पहले ही हांगकांग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि को खत्म करा था। इसके साथ कनाडा ने हांगकांग को भेजे जाने वाले सैन्य उपकरणों के निर्यात पर भी पाबंदी लगा दी है। कनाडा ने ये कदम चीन के विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को हांगकांग पर थोपने के बाद उठाया है।