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चीनी मीडिया ने अपने देश को दी सलाह, पड़ोसी देशों के हितों की अनदेखी न करे

Published: Sep 28, 2017 01:01:28 pm

Submitted by:

Mohit sharma

चीनी मीडिया ने अपने देश को सलाह दी है कि चीन को अपने पड़ोसियों के हितों का सम्मान करना और द्विपक्षीय विवादों को सुलझाना चाहिए

xi jinping

नई दिल्ली। एक ओर जहां चीन साम्राज्यवादी नीति और पड़ोसियों के साथ सीमा विवाद को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाले चीन ने इस बार सीमावर्ती देशों के साथ संबंधों में गर्माहट का संकेत दिया है। यह संकेत चीनी मीडिया की ओर से देखने केा मिला है। चीनी मीडिया ने अपने देश को सलाह दी है कि चीन को अपने पड़ोसियों के हितों का सम्मान करना और द्विपक्षीय विवादों को सुलझाना चाहिए, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव बढ़ाने की बीजिंग की कोशिशों का कम से कम विरोध हो। बता दें कि भारत के साथ लंबे समय तक चले डोकलाम विवाद के हल के चीनी मीडिया का इस तरह का बयान देखने को मिला है।

दुनिया में चीन सबसे ताकतवर

दरअसल, चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में कहा गया है कि हमें अपने सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए, लेकिन पड़ोसियों के हितों का भी पूरा सम्मान करना चाहिए। लेख में कहा गया कि चीन को अपने पड़ोसी देशों के साथ विवाद सुलझाना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसे अपनी महत्वाकांक्षाओं को हासिल करने के प्रयासों का कम से कम विरोध और अधिकतम समर्थन हासिल करने की जरूरत है। जबकि यही हमारी बुनियादी रणनीति है। हालांकि लेख में यह भी कहा गया कि क्यों कि दुनिया में कोई भी चीन की तरफ देखने का साहस नहीं करता। ऐसे में यह उसकी जिम्मेदारी बनती है कि कहीं अधिक जरूरी मुद्दों पर ध्यान दिया जाए। लेख में स्पष्ट कहा गया कि चीन को अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के साथ ही पड़ोसियों के साथ विवाद से परहेज करना चाहिए।

दक्षिण चीन सागर किया जिक्र

दरअसल, दक्षित चीन सागर में चीन किसी भी सीमावर्ती देशों का हस्तक्षेप नहीं चाहता और यह उसकी वन चाइना पॉलिसी के खिलाफ भी है। ऐसे में चीन ने एक बार फिर से लेख के माध्यम से पड़ोसियों पर तंज भी कहा है। लेख में भारत, जापान, वियतनाम और दक्षिण चीन सागर क्षेत्र के अन्य पड़ोसी देशों का जिक्र भी किया है। लेख में कहा गया है कि कुछ पड़ोसी देश चीन के साथ समुद्री और जमीन विवादों को सुलझाने में कड़ा रुख अपना रहे हैं। वे बीजिंग से फायदा लेने की कोशिश कर रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

 

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