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जिनपिंग ने प्रधानमंत्री ओली से की मुलाकात, बेल्ट एंड रोड के तहत हिमालयी देश के साथ सहयोग को तैयार

locationनई दिल्लीPublished: Jun 20, 2018 06:17:44 pm

Submitted by:

Prashant Jha

ओली के दौरे के दूसरे दिन नेपाल चीन के बीच 2.4 अरब अमरीकी डॉलर के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

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जिनपिंग ने की प्रधानमंत्री ओली से मुलाकात, बेल्ट एंड रोड के तहत हिमालयी देश के साथ सहयोग को तैयार

बीजिंग: नेपाल के प्रधानमंत्री चीन दौरे पर हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान राष्ट्रपति जिनपिंग और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तार से चर्चा हुई। राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि बीजिंग बेल्ट एंड रोड पहल के अंतर्गत हिमालयी देश के साथ सहयोग के लिए तैयार है। समाचार एजेंसी के मुताबिक शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री ओली से कहा कि चीन नेपाल के साथ बेल्ट एंड रोड पहल के अतंर्गत नेपाल के साथ आधारभूत संरचनात्मक संपर्क, आपदा के बाद पुनर्निर्माण, व्यापार और निवेश के लिए संबंध मजबूत करने के लिए तैयार है ओली के दौरे के दूसरे दिन नेपाल चीन के बीच 2.4 अरब अमरीकी डॉलर के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

राजनीतिक बदलाव के बाद ओली का पहला चीन दौरा

ओली के फरवरी में नेपाल की सत्ता में दोबारा काबिज होने के बाद उनका यह पहला औपचारिक चीन दौरा है। गेंग ने कहा, “दोनों देश अहम हितों के मसले पर एक दूसरे का समर्थन करते रहे हैं। सभी मोर्चो पर हमारे परस्पर लाभकारी सहयोग में इजाफा हुआ है। नेपाल में राजनीतिक परिवर्तन के बाद ओली का पहला औपचारिक दौरा हो रहा है, इसलिए इस दौरान दोनों पक्षों के पास दोबारा विकासपरक द्विपक्षीय संबंधों की योजना तय करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर होंगे।”उन्होंने कहा, “चीन बेल्ट एंड रोड पहल के तहत नेपाल के साथ अपने राजनीतिक सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ रानीतिक, आर्थिक और भूकंप के बाद अवसंरचना निर्माण में सहयोग बढ़ाना चाहता है।”
बीजिंग के समर्थक हैं ओली!

ओली के पहले कार्यकाल में 2015 में काठमांडू और नई दिल्ली के साथ नए संविधान बनाने को लेकर संबंध बिगड़ गए थे, जिसके चलते भारत के साथ इसकी सीमा की नाकेबंदी की स्थिति पैदा हो गई थी। ओली ने उस नाकेबंदी के लिए भारत को दोषी ठहराते हुए नेपाल की अंदरूनी राजनीति में दखल देने का आरोप लगाया था। उसी समय से ओली को बीजिंग का समर्थक माना जाता है, क्योंकि उन्होंने चीन के साथ अचानक कई परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए थे। नेपाल ने चीन के बेल्ट व रोड परियोजना का अनुमोदन कर बीजिंग से सबसे ज्यादा विदेशी मदद प्राप्त की।
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