दरअसल, महिलाओं को माहवारी ( menstruation ) रोकने के लिए गर्भनिरोधक दवाईयां ( contraceptive medicines ) दी जा रही है। साथ ही महिलाएं माहवारी संबंधी प्रॉडक्ट न मिलने, खराब फिटिंग वाले सुरक्षात्मक सूट और सिर मुंडवाने जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं। इसको लेकर महिलाओं में आक्रोश पैदा हो गया है।
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महिला कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब दुनियाभर में रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( International Women Day ) मनाया जाने वाला है, तब चीन में महिलाएं इस तरह के संकट से निपटने से जूझ रही हैं। महिला कार्यकर्ताओं को अपने सुरक्षात्मक सूट को संरक्षित रखने के लिए शौचालयों का इस्तेमाल न करने को कहा गया है। ऐसे में अब सरकार के भेदभावपूर्ण कदमों को लेकर महिलाएं एकजुट हो रही हैं।
महिलाओं को नहीं मिल रहा सैनिटरी उत्पाद
चीन में कोरोना के बढ़ते खतरे के मद्देजनजर उसके रोकथाम के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। इस बीच महिलाओं को सैनिटरी उत्पाद ( Sanitary products ) जैसे जरूरी चीजें नहीं मिल पा रहीं हैं। इसको लेकर महिलाओं में काफी नाराजगी है।
शंघाई की रहने वाली 24 वर्षीय जियांग जिनजिंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर इस मामले को उठाया, जिसपर हजारों महिलाओं ने टिप्पणी कर अपना समर्थन जताया है। जिनजिंग ने सैनिटरी उत्पादों को दान देने का अभियान शुरू किया है। जियांग ने कहा, ‘कई महिला चिकित्सा कर्मी संदेश भेज रही हैं कि माहवारी के कारण उन्हें काफी दिक्कतें हो रही हैं।’
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जियांग की ओर से अभियान शुरू करने के बाद कई लोग और कंपनियां सामने आई हैं और अब 600,000 से अधिक सैनिटरी पैड और माहवारी से बचाव वाले अंतर्वस्त्र भेज रहे हैं। हालांकि कुछ अस्पतालों ने दान देने से इनकार कर दिया। अस्पतालों का कहना है कि वे इस अभियान को लेकर जागरूक नहीं है।
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