उन्होंने इस पहल के लिए रब और दोनों देशों की सरकारों का शुक्रिया अदा किया। डॉन न्यूज के अनुसार, जब श्रद्धालुओं ने कॉरिडोर को देखा तो वे भावुक होकर एक-दूजे को बधाई देने लगे। इस मौके पर वे ढोल की थाप पे नाचने और एक-दूजे का मुंह मीठा कराने लगे।
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भारत, कनाडा, अमरीका और यूएई से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने यहां गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेका और शबद-कीर्तन किया। बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन शनिवार को भारत-पाकिस्तान की ओर से किया गया था।
करतारपुर में सुरक्षा के कड़े इतजाम
करतारपुर कॉरिडोर से होते हुए गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने भारत से वहां पहुंचे तीर्थयात्री सरदार उमेद सिंह और सुंदस कुमारी ने कहा कि उनके दादा-दादी और माता-पिता गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने की अपनी इच्छा पूरी नहीं कर सके, लेकिन वह भाग्यशाली हैं कि गुरुनानक देव जी ने उन्हें यहां आने का एक मौका प्रदान किया।
मीडिया से बात करते हुए सिख समुदाय ने कहा कि दोनों देशों की सरकारों ने यह कदम उठाकर दिल जीत लिया है। डॉन न्यूज ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा कि कॉरिडोर में प्रवेश के साथ ही सिख समुदाय के लोगों का खाने-पीने और फलों के साथ स्वागत किया गया।
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सुरक्षा के इंतजाम बेहद कड़े हैं, जिसमें वर्दी वाले कर्मियों से इतर सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मियों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। गुरुद्वारा की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है और कड़ी जांच के बाद ही लोगों को जाने की इजाजत दी जा रही है।
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