एजेंसी ने बताया कि इससे पहले 4 जून के आसपास के उत्तरी मलूकु प्रांत में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे करीब 100 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। इंडोनेशिया में अक्सर भूकंप आते रहते हैं। यह क्षेत्र भूकंप से प्रभावित क्षेत्र है। इसे “प्रशांत रिंग ऑफ फायर” कहा जाता है।
बीते साल सितंबर में सुलावेसी द्वीप पर पलाउ में 7.5 तीव्रता का भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में 2200 से अधिक लोगों की जान चली गई। वहीं एक हजार से अधिक लापता घोषित किए गए। 26 दिसंबर, 2004 को 9.1 तीव्रता का भूकंप आचे प्रांत में आया था, जिसके बाद सुनामी आई और इंडोनेशिया में 170 से अधिक लोग मारे गए। इंडोनेशिया में साल भर में दुनियाभर में सबसे अधिक भूकंप आते हैं।
क्या है रिंग ऑफ फायर ?
दरअसल इंडोनेशिया का इलाका ‘रिंग ऑफ फायर’ (ring of Fire) में आता है। प्रशांत महासागर के किनारे-किनारे स्थित यह इलाका दुनिया का सबसे खतरनाक भू-भाग है। इंडोनेशिया एक एक्टिव भूकंप जोन में स्थित है। यही कारण है कि यहां पर इतने ज्यादा भूकंप आते हैं। इंडोनेशिया प्रशांत महासागर में मौजूद ‘रिंग ऑफ फायर’ का पार्ट है। ‘रिंग ऑफ फायर’ प्रशांत महासागर के बेसिन का इलाका है। जहां पर कई ज्वालामुखी फटते रहते हैं। इसके कारण यहां पर तगड़े भूकंप के झटके आते हैं। भूकंप के कारण ही समुद्र में सुनामी का खतरा बना रहता है। यह रिंग ऑफ फायर का इलाका करीब 40 हज़ार किमी के दायरे में फैला है। यहां पर विश्व पर 75 फीसदी सक्रिय ज्वालामुखी हैं।