30 ट्रांसजेंडर ने लिखवाया नाम
ट्रांसजेंडर स्कूल के मालिक आसिफ शहजाद ने कहा कि 30 लोगों ने स्कूल में दाखिले के लिए नाम लिखाया है। उन्होंने कहा, “इंडोनेशिया में 2016 में एक ट्रांसजेंडर स्कूल पर बम विस्फोट को देखकर मैं दहल गया था। दुनिया में किसी इस्लामिक देश में इस तरह का यह पहला स्कूल था। इसके बाद हमने उन्हें शिक्षित करने और उन्हें मुख्यधारा में लाने का फैसला किया।” स्कूल में दाखिले के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
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डिप्लोमा कोर्स कराने की योजना
स्कूल प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि विद्यार्थियों को डिप्लोमा कोर्स कराने की भी योजना है, जिससे वे नौकरी कर सकें या अपना व्यवसाय शुरू कर सकें। डिप्लोमा कोर्स के बाद नौकरी और व्यवसाय की इच्छा रखने वालों को एनजीओ उनकी मदद भी करेगा। स्कूल के मालिक आसिफ शहजाद के अनुसार, डिप्लोमा कोर्स शुरु होने से ट्रांसजेंडर अपने पैरों पर खड़ा हो सकेंगे और उन्हें किसी के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा।
पाक में 10 हजार से ज्यादा हैं ट्रांसजेंडर
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में छठी जनसंख्या के अनुसार पाकिस्तान में ट्रांसजेंडर समुदाय की आबादी 10,418 बताई गई थी। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में देश के ट्रांसजेंडर समुदाय की कुल 64.4 फीसदी आबादी रहती है। यानी यहां पर सबसे अधिक ट्रांसजेंडर निवास करते हैं।