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मुद्दों को सुलाझाना आवश्यक है
ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई कॉरपोरेशन की बैठक के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने अफगानिस्तान हिंसा पर तीन सूत्रीय फॉर्मूला दिया है। भारत का कहना है कि अफगानिस्तान में हिंसा का पूर्ण समापन करना ही होगा,राजनीतिक बातचीत के जरिए इन मुद्दों को सुलाझाना आवश्यक है। इसके साथ ये भी सुनिश्चित करना होगा कि आतंकी गतिविधियों से पड़ोंसी देश पर किसी तरह का असर न पड़े।
अफगानिस्तान हिंसा का पूर्ण समापन करना आवश्यक है। राजनीतिक बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाना होगा। ये भी सुनिश्चित करना होगा कि आतंकी गतिविधियों से पड़ोसी देशों पर किसी तरह का कोई असर न पड़े।
भारतीय सेना से मदद मांग सकता है अफगानिस्तान
इस बैठक में विदेश मंत्री एस.जयशंकर के साथ उनके चीनी, रूसी, पाकिस्तानी और अफगानिस्तानी समकक्ष भी शामिल हुए। इससे पहले भारत में अफगानिस्तान के राजदूत ने कहा कि भविष्य में अगर तालिबान से वार्ता विफल होती है तो उनका देश भारतीय सेना से मदद मांग सकता है। उन्होंने साफ करा कि यह मदद सेना को अफगानिस्तान बुलाने के रूप में नहीं बल्कि ट्रेनिंग और तकनीकी सहायता के रूप होगी।
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तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता जारी
इस समय तालिबान ने अफगानिस्तान के अधिकतर इलाकों पर अपना कब्जा जमा रखा है। ऐसे में सरकार और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता जारी है। ऐसा कहा जा रहा है कि दोहा हो रही शांति वार्ता काफी हद तक विफल रही है। तालिबान अब पूरी तरह से सैन्य जीत को लेकर तैयार है।