बीते माह इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने विशेष अदालत को इस मामले में अपना फैसला सुनाने से रोक दिया था। विशेष अदालत ने तीन नवंबर 2007 को आपाताकाल की घोषणा के मामले में मुशर्रफ के खिलाफ दायर मामले में 19 नवंबर को सुनवाई पूरी कर ली थी। कोर्ट को 28 नवंबर को इस मामले में फैसला देना था।
मुशर्रफ अगर दोषी पाए गए तो उन्हें मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने विशेष अदालत को मुशर्रफ के खिलाफ दायर इस मामले में फैसला सुनाने से रोक दिया। पाक सरकार ने सोमवार को एक याचिका दायर की थी। इसमें विशेष अदालत को 28 नवंबर को फैसला सुनाने से रोकने की अपील की थी।
यह मामला तत्कालीन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सरकार में दायर किया गया था। उनके खिलाफ 2013 में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। 31 मार्च 2014 को मुशर्रफ को आरोपी घोषित किया गया था। उसी साल सितंबर में अभियोजन ने विशेष अदालत में उनके खिलाफ सभी सबूत पेश किए।