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Taiwan Local Election: फल-सब्जियों संग फोटो खिंचा रहे प्रत्याशी, भेंट में भी मिल रहे मूली-लहसुन, आखिर क्या है माजरा

locationनई दिल्लीPublished: Nov 24, 2022 02:13:40 pm

Submitted by:

Amit Purohit

Taiwan Election Connection of Fruits and Vegetables: ताइवान में शनिवार को लोकल इलेक्शन होने हैं। मेयर से लेकर पार्षद तक के उम्मीदवार (Candidates) अपने-अपने क्षेत्र में प्रचार करते घूम रहे हैं। इस दौरान उन्हें जगह-जगह ‘मूली’ से लेकर ‘लहसुन’ तक मिल रहे हैं। जी हां, ताइवान के चुनावों में फल-सब्जियों की एंट्री बहुत आम बात है। इनमें से कोई इनका चुनाव चिह्न भी नहीं है। फिर चुनावों क्यों छाई हैं फल-सब्जियां, आइए जानते हैं।

Taiwan Local Election: फल-सब्जियों संग फोटो खिंचा रहे प्रत्याशी, भेंट में भी मिल रहे मूली-लहसुन, आखिर क्या है माजरा

Taiwan Election Connection of Fruits and Vegetables

ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन (Tsai Ing-wen) ने शनिवार हो रहे स्थानीय चुनावों को अपने नेतृत्व पर एक ‘जनमत संग्रह’ (Referendum) की तरह बताते हुए कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों के लिए दिया गया वोट उनके लिए दिया गया वोट माना जाएगा। साई का दूसरा कार्यकाल 2024 में समाप्त हो रहा है और तीसरे कार्यकाल की सीमाओं के कारण वह फिर से राष्ट्रपति के रूप में नहीं खड़ी हो सकती हैं। वह चीन के खिलाफ खड़े होने और ताइवान की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करने के संकल्प के आधार पर चुनी गई थी।
लोकल इलेक्शन और जनमत संग्रह
ताइवान में राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव हर चार साल में होते हैं और अक्सर चीन (China) के साथ संबंध इनका मुददा होता है। बीच-बीच में विभिन्न पदों के लिए स्थानीय चुनाव होते हैं, बड़े शहरों में महापौर पदों से लेकर स्वदेशी प्रशासकों और ग्राम प्रधानों तक। ताइवान में जनमत संग्रह कानून भी हैं जो मतदाताओं को कई संवैधानिक मुद्दों पर निर्णय लेने में सक्षम करते हैं, जैसे शनिवार को होने जा रहे स्थानीय चुनाव में मतदान की उम्र 20 से घटाकर 18 करने और बढ़ती हुई महंगाई पर भी एक जनमत संग्रह शामिल है।
चुनावों का अप्रत्यक्ष मुद्दा चीन
शनिवार के चुनाव, शहर के मेयर, काउंटी प्रमुखों और स्थानीय पार्षदों के लिए, घरेलू मुद्दों जैसे कि कोविड (COVID-19) महामारी और अपराध, महंगाई आदि पर है इसका देश की चीन पर नीति से सीधा कोई लेन—देन नहीं है। साइ इंग-वेन की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (Democratic Progressive Party) ताइवान को एक वास्तविक संप्रभु राष्ट्र मानती है, जिसमें चीन जैसे देश का कोई दखल न हो। वहीं, विपक्ष में कुओमिन्तांग पार्टी (Kuomintang Party) का वर्चस्व है, जो चीन के साथ मधुर संबंध बनाना चाहती है। दोनों ही पार्टी के उम्मीदवार मैदान में हैं।

सबसे रोचक यह पहलू
जानना रोचक है कि अपने चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में जा रहे लोगों का सब्जियां दिखाकर स्वागत हो रहा है। जैसे 60 वर्षीय के चिओंग-शू एक दशक से अधिक समय से राजधानी ताइपे के वूक्सिंग स्ट्रीट मार्केट में सब्जियां बेच रहे हैं। उसके जिले के कई उम्मीदवारों ने हाल के सप्ताहों में बाजार का दौरा किया है। उन्होंने अपने पसंदीदा उम्मीदवार को मूली और लहसुन दिया। न केवल सब्जी बाजार, बल्कि घरों की बालकनियों से भी प्रत्याशियों को सब्जियां या फल दिखाए जाते हैं और भेंट किए जाते हैं। नेता भी सब्जियों के साथ फोटो खिंचवाते हुए अपना कैम्पेन आगे बढ़ाते हैं।
नाम व उच्चारण में छिपा राज
2.3 करोड़ आबादी वाले लोकतांत्रिक द्वीप ताइवान की राजनीतिक संस्कृति भाग्यशाली प्रतीकों और अंधविश्वास से ओत-प्रोत है। लहसुन (Garlic) बेहद लोकप्रिय है क्योंकि जब ताइवान में बोली जाने वाली मंदारिन भाषा में इसका उच्चारण किया जाता है तो यह ‘चुने हुए’ (suan) शब्द की तरह लगता है। मूली (Daikon radish) के नाम का उच्चारण ‘सौभाग्य’ (tsai-tao) के रूप में होता है जबकि अनानास (pineapple) ‘समृद्धिशाली हो’ (ong-lai) के समान शब्द है।
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