संसद में दी ख्वाजा आसिफ ने जानकारी
बुधवार को पाकिस्तानी संसद में ख्वाजा आसिफ ने बताया कि अमरीका ने हमें 75 आतंकियों की लिस्ट दी है, जबकि हमने अमरीका को 100 आतंकियों की लिस्ट दी है। इन दोनों ही लिस्टों में हाफिज सईद का नाम नहीं है। आपको बता दें कि सूचियों का ये आदान-प्रदान अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की पाकिस्तान यात्रा के दौरान हुआ है।
बुधवार को पाकिस्तानी संसद में ख्वाजा आसिफ ने बताया कि अमरीका ने हमें 75 आतंकियों की लिस्ट दी है, जबकि हमने अमरीका को 100 आतंकियों की लिस्ट दी है। इन दोनों ही लिस्टों में हाफिज सईद का नाम नहीं है। आपको बता दें कि सूचियों का ये आदान-प्रदान अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की पाकिस्तान यात्रा के दौरान हुआ है।
हक्कानी नेटवर्क टॉप पर
विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सदन में बताया, ‘सूची में हक्कानी नेटवर्क शीर्ष पर है लेकिन एक भी आतंकी पाकिस्तानी नहीं है।’ सईद पाकिस्तानी नागरिक है और उसके संगठन जमात-उद-दावा को अमेरिका ने 2014 में विदेशी आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया था।
विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सदन में बताया, ‘सूची में हक्कानी नेटवर्क शीर्ष पर है लेकिन एक भी आतंकी पाकिस्तानी नहीं है।’ सईद पाकिस्तानी नागरिक है और उसके संगठन जमात-उद-दावा को अमेरिका ने 2014 में विदेशी आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया था।
मौत का सौदागर है हाफिज सईद
आपको बता दें कि जमात-उद-दावा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाता है। इसी आतंकी संगठन को 2008 के मुंबई हमले सहित भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जवाबदेह माना जाता है। अफगान स्थित हक्कानी नेटवर्क ने अफगानिस्तान में अनगिनत अपहरण और अमेरिकी हितों के खिलाफ हमले किए हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान में इस प्रतिबंधित संगठन ने भारत के खिलाफ भी कई हमले किए हैं। 2008 में हक्कानी नेटवर्क ने काबुल में भारतीय दूतावास पर हमला किया था जिसमें 58 लोग मारे गए थे।
आपको बता दें कि जमात-उद-दावा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाता है। इसी आतंकी संगठन को 2008 के मुंबई हमले सहित भारत में कई आतंकी हमलों के लिए जवाबदेह माना जाता है। अफगान स्थित हक्कानी नेटवर्क ने अफगानिस्तान में अनगिनत अपहरण और अमेरिकी हितों के खिलाफ हमले किए हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान में इस प्रतिबंधित संगठन ने भारत के खिलाफ भी कई हमले किए हैं। 2008 में हक्कानी नेटवर्क ने काबुल में भारतीय दूतावास पर हमला किया था जिसमें 58 लोग मारे गए थे।