पहले दो, फिर सात के मौत की पुष्टि
इस संबंध में समाचार एजेंसी की छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पहले शुक्रवार को दुर्घटना के तुरंत बाद चालक दल के दो सदस्यों की मौत की जानकारी आई थी। इसके बाद शनिवार को सात और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई।
चीन के चलते मालदीव ने लिया भारत से एक और पंगा, सेना और हेलीकॉप्टर हटाने की मांग की
वायु यातायात नियंत्रण कक्ष से उसका संपर्क टूटने से हुआ हादसा
घटना की जांच में जुटे अधिकारियों के मुताबिक, दुर्घटनाग्रस्त हुआ हेलीकॉप्टर क्षेत्रीय आपदा रोकथाम टीम का हिस्सा था। हादसे से पहले ये हाइकिंग ट्रेल के निरीक्षण के सिलसिले में बाहर था। शुक्रवार सुबह 10 बजे के आसपास वायु यातायात नियंत्रण कक्ष से उसका संपर्क टूट गया, जिसके बाद ये हादसा हुआ।
घटना के संबंध में परिवहन सुरक्षा बोर्ड की जांच जारी
बताया जा रहा है कि यह एक अनुभवी पायलट द्वारा उड़ाया जा रहा था। परिवहन मंत्रालय ने कहा कि बेल 412ईपी हेलीकॉप्टर ने मई 1997 में ऑपरेशन शुरू किया था। इस मामले में परिवहन सुरक्षा बोर्ड की जांच जारी है।
दिल्ली: 300 फीट ऊंची क्रेन पर चढ़कर देने लगा धमकी, रातभर हवा में बिताने के बाद उठाया ये कदम
पहले भी हुए हैं दो हादसे, कुल 13 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि ये इस तरह की पहली दुर्घटना नहीं है। इससे पहले मार्च 2017 में भी इसी मॉडल का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। वहीं उसी साल नवंबर में दोबारा ऐसा हादसा हो गया, जिसमें चार लोग मारे गए थे।