एचआईवी पीड़ित सेना के एक सार्जेंट मेजर द्वारा लगभग 75 किशोरों से कुकर्म करने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। आरोपी मेजर को एड्स जैसी घातक बीमारी है। अब कुकर्म के शिकार सभी किशोरों के सामने भी एचआईवी से संक्रमित होने का खतरा मंडराने लगा है। बताया जा रहा है कि थाईलैंड के खोन केन प्रांत में आरोपी सैन्य अफसर ने एक गे डेटिंग वेबसाइट की जरिये कई किशोरों से दोस्ती गांठी। उसके बाद उसने इस वेबसाइट के जरिए करीब 75 किशोरों को अपने जाल में फंसाया। उसने किशोरों से अश्लील तस्वीरों की मांग की और उसके बाद इसके आधार पर उन्हें ब्लैकमेल करने लगा। उसके बाद उसने एक-एक कर किशोरों को अपने पास बुलाकर उनके साथ कुकर्म किया। देश की क्राइम टास्क फोर्स के डिप्टी हेड ऑफ टेक्नोलॉजी सुराचेते हाकपार्न ने इस घटना की जानकारी मीडिया को देते हुए कहा कि पीड़ित किशोरों को उम्र 13-18 वर्ष के बीच है। सुराचेते के अनुसार आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि आरोपी पिछले 4 सालों से किशोरों को अपने हवस का शिकार बना रहा था।
आरोपी के खिलाफ साइबर क्राइम टास्क के फेसबुक पेज पर शिकायत मिली थी। फिलहाल आरोपी सैन्य अफसर को सेना से बर्खास्त कर दिया गया है। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं पीड़ित किशोरों का मेडिकल टेस्ट क्र यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं ये सब एचआईवी से पीड़ित तो नहीं हैं। इन किशोरों को काउंसलिंग देने की बात की कही जा रही है। बताया जा रहा है आरोपी सैन्य अफसर को कड़ी सजा दी जा सकती है। बता दें कि थाईलैंड में बच्चों के साथ बलात्कार के मामले में 20 साल तक सजा का प्रावधान है।